रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शुक्रवाल को राजधानी रायपुर के माना कैम्प स्थित शासकीय बहुविकलांग गृह पहुंचकर दिव्यांग बच्चों से मुलाकत की। और उनसे चर्चा कर उनके शिक्षण-प्रशिक्षण सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर बच्चें बड़े प्रसन्न हुए। मुख्यमंत्री ने बच्चों से बड़ी ही आत्मीयता से मिले और उन्हें दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली। इस अवसर पर बच्चों ने जसगीत भी प्रस्तुत किया। मुख्यमंत्री ने इन बच्चों का हौसला बढ़ाया और उनके लय के साथ लय भी मिलाया और बच्चों को आशीष भी दिया।
मुख्यमंत्री ने बच्चों से मुलाकात के दौरान उनसे कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में सामाजिक दूरी बनाए रखने और हाथ लगातार धोते रहने की समझाईश दी। सेरेब्रल पाल्सी गेट लेब का भी अवलोकन कर विभिन्न अत्याधुनिक उपकरणों का अवलोकन किया। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न उपकरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यहां फुट स्केनर मशीन में स्केन भी कराया।
5 करोड़ की राशि का ऐलान
दिव्यांग बच्चों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने माना स्थित समाज कल्याण परिसर में दिव्यांगजनों के लिए एक माडल सेन्टर के रूप में विकसित किए जाने की घोषणा की। इसके लिए 5 करोड़ रूपए प्रदान करने की घोषणा की। माना स्थित लगभग 6 एकड़ में फैले इस परिसर के पुराने बैरकों को तोड़कर दिव्यांगजनों के लिए बाधारहित एकीकृत भवन का निर्माण किया जाएगा। जिसमें दिव्यांगजनों के लिए शिक्षण, प्रशिक्षण, उपचार कृत्रिम अंग सहायक उपकरण निर्माण और कौशल उन्नयन के लिए भवनों एवं केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि इस केन्द्र में मानसिक के साथ-साथ बहु विकलांग बच्चों के शिक्षण-प्रशिक्षण की निःशुल्क व्यवस्था है। वर्तमान में यहां 27 बच्चे रह रहे हैं। इस केन्द्र में उनके आवास, भोजन, स्वास्थ्य जांच सहित उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अनेक उपकरण एवं सुविधाएं उपलब्ध करायी गई हैं। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य पंकज शर्मा, समाज कल्याण विभाग के सचिव आर प्रसन्ना, संचालक पी. दयानंद, कलेक्टर एस. भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरीफ शेख मोहम्मद सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।