अनिल सक्सेना, रायसेन। अबतक आपने भ्रष्ट तहसीलदार और पटवारियों के भ्रष्टाचार करने के अनेक खबरें पढ़ी होगी।   रायसेन जिले से शिव ‘राज’ में भ्रष्ट तहसीलदार-पटवारी का अनोखा कारनामा सामने आया है। यहां भ्रष्ट तहसीलदार-पटवारी ने 70 वर्षीय लकवाग्रस्त जिंदा बुजुर्ग को दस्तावेज में मृत घोषित कर 9 एकड़ जमीन अपने नाम करवा ली। मामला रायसेन जिले के कस्बा देवरी तहसील का है। अब किसान भगवत सिंह के पुत्र गजेंद्र सिंह ने पुलिस और कलेक्टर अरविंद दुबे को ज्ञापन सौंपकर मृत बताने वाले राजस्व विभाग के तहसीलदार, राजस्व कर्मचारियों हल्का पटवारी पर एफआइआर दर्ज करने की मांग की है।

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रायसेन जिले के कस्बा देवरी तहसील सर्किल के बींझा निवासी 70 वर्षीय लकवा ग्रस्त बुजुर्ग भगवत सिंह को भ्रष्ट तहसीलदार-पटवारी ने पहले तो दस्तावेज में मृत घोषित कर दिया। उसके बाद उनके नाम पर करीब 9 एकड़ भूमि की धोखाधड़ी कर अपने नामों पर रजिस्ट्री कार ली। फौती नामांतरण भी कर दिया है। जबकि नामांतरण के लिए लगने वाले दस्तावेज भी नहीं लगाए गए।

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इसके पूर्व सुल्तानपुर की प्रभारी तहसीलदार पलक पीड़िहा और नायब तहसीलदार और पटवारी गोविंद सिंह द्वारा परेशान किसान वीर सिंह लोधी निवासी किनगी की बाड़ी ब्लॉक के वामनबाडा की उसकी पैतृक जमीन 6 एकड़ जमीन जीवित पिता प्रेमराज सिंह लोधी को कागजों में मृत बताकर उसकी मां कुब्जा बाई, भाई रमेश लोधी वगैरह ने फर्जी फौती नामांतरण कर राजस्व अधिकारियों पटवारी गोविंद सिंह की मिलीभगत से हड़प ली गई है। इस मामले की शिकायत परेशान किसान वीर सिंह लोधी ने सीएम हेल्पलाइन सहित कलेक्टर अरविंद दुबे सहित एडीएम अनिल डामोर से की है।प्रशासनिक अधिकारी फिलहाल मामले की जांच का बहाना बना कर सुल्तानपुर तहसील के राजस्व अधिकारियों पटवारी को बचा रहे हैं।जबकि इस मामले में परेशान वीर सिंह लोधी का कहना है कि मेरे पिता प्रेम राज सिंह के मरने की किसी ने भी पुष्टि नहीं की है।वह घर पर नर्मदा परिक्रमा यात्रा का बोलकर निकले हैं ।घर पर अभी लौटे नहीं है।मेरे पिता के पास 15 एकड़ पैतृक कृषि भूमि थी।मेरी माँ कुब्जा बाई दो भाइयों को 10 एकड़ भूमि बराबर हिस्सों में बांट दी थी।सिर्फ 6 एकड़ जमीन मेरे पक्ष में हिस्से में पिता प्रेमराज ने मुझे बंटवारे में मिली थी।मेरी पत्नी एक बेटे दो बेटियों के पेट पल रहे थे।

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फर्जी बैनामा बनाकर प्रशासन को किया गुमराह
बुजुर्ग भगवत सिंह के पुत्र गजेंद्र सिंह ने बताया कि कलेक्टर अरविंद दुबे को दिए गए आवेदन के हवाले से बताया कि बीझां निवासी उसके चाचा शिशुपाल सिंह ने तहसीलदार देवरी छोटेलाल गिरी गोस्वामी और पटवारी मनोज श्रीवास्तव ने शिशुपाल से मोटी रकम लेकर जीवितबड़े भाई भगवत सिंह को सरकारी रिकार्ड में मृत बताकर उसके छोटे भाई शिशुपाल के नाम फौती नामांतरण कर 9 एकड़ जमीन नाम कर दी है। गजेंद्र सिंह ने इस नामांतरण को निरस्त कर फर्जी नामांतरण करने वाले राजस्व अधिकारियों पटवारी मनोज श्रीवास्तव के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज किया जाए। गजेंद्र सिंह ने कहा कि लंबा समय बीत जाने के बाद भी अब तक लकवाग्रस्त बुजुर्ग भगवत सिंह को शिकायतों के बाद भी न्याय नहीं मिलने के कारण भटक रहा है। न्याय नहीं मिलने की स्थिति में मुख्यमंत्री व गृहमंत्री राजस्व मंत्री से भेंट कर ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की जाएगी।

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इस तरह किया फर्जीवाड़ा 
देवरी तहसील के बींझा निवासी भगवत सिंह उर्फ बाबूलाल लोधी की 9 एकड़ कृषि भूमि खसरा क्रमांक 204 रकबा 2.667 हैक्टेयर राजस्व प्रकरण में पटवारी हल्का नम्बर 23 दर्ज है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मैं भ्रष्ट अधिकारियों की बल्ले बल्ले कलेक्टर जन सुनवाई के बाद भी कोई कार्रवाई करने में सक्षम नहीं है कलेक्टर इससे यह प्रतीत होता है कि कलेक्टर से लगाकर सभी अधिकारियों का सांठगांठ से ही इतना बड़ा घोटाला हो सकता है।

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