विक्रम मिश्र, लखनऊ. जेम पोर्टल के माध्यम संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा के स्तर पर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भर्ती के लिए सेवादाताओं के चयन में खुले आम भ्रष्टाचार हो रहा है. जिसका उदाहरण झांसी और चित्रकूट मंडल है. यहां सभी सेवादाताओं को अयोग्य घोषित कर तीन अपनी चहेती कंपनियों को ऑटो रन प्रक्रिया के माध्यम से चयन किया जा रहा है.

सबसे चौकाने वाली बात ये है कि दोनों मंडलो में एक ही कंपनी को ऑटो रन से सिलेक्ट कर ऑर्डर दे दिया है. अब यही ऑटो रन प्रक्रिया से लखनऊ, आगरा, आदि में मनचाही कंपनियों को 07.09.2025 (रविवार को) योग्य घोषित कर दिया जाएगा.

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ज्ञात हो की ऐसे होने वाले भ्रष्टाचार की शिकायत पहले ही अनेको कंपनियां अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा से कर चुकी थी, लेकिन कोई जांच या कार्रवाई ना होना कार्यवाहक मुख्य सचिव, कृषी उत्पादन आयुक्त, अपर मुख्य सचिव वित्त, अपर मुख्य सचिव बेसिक व अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा दीपक कुमार की भी मिलीभगत की ओर इशारा भी करता है.