मनोज यादव, कोरबा. शहर में हाल ही में 17 करोड़ की लागत से बनाए गए देवी अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन सेंटर की फॉल सीलिंग आज अचानक भर-भराकर गिर गई. हालांकि इस हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन इस घटना ने निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की पोल खोल दी.

बता दें कि महीनेभर पहले ही मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने देवी अहिल्याबाई होलकर कन्वेंशन सेंटर भवन का लोकार्पण किया था. सीलिंग गिरने से 17 करोड़ की लागत से निर्मित इस भवन की गुणवत्ता और निर्माण कार्य में हुए कथित भ्रष्टाचार पर सवाल उठने लगे हैं. पूरे मामले में ठेकेदार की लापरवाही और अधिकारियों की मिलीभगत की आशंकाएं बढ़ गई है.

निर्माण कार्य में बरती घोर अनियमितता उजागर

इस कन्वेंशन भवन का निर्माण कई सालों के बाद पूरा हो पाया था और मुख्यमंत्री के हाथों लोकार्पित हुआ था. इस दौरान डिप्टी सीमए अरुण साव भी उपस्थित थे. ऐसे में फॉल सीलिंग गिरने की घटना ने निर्माण कार्य में बरती गई घोर अनियमितताओं को उजागर कर दिया है. अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या इतनी बड़ी लागत से बने भवन में ऐसी घटिया सामग्री का उपयोग किया गया कि वह लोकार्पण के तुरंत बाद ही ढहने लगा. निर्माण कार्य में ठेकेदार ने सुरक्षा मानकों और गुणवत्ता निर्देशों का पालन क्यों नहीं किया. क्या अधिकारियों की शह पर गुणवत्ता से समझौता किया गया और भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया. क्या लोकार्पण की जल्दी में भवन का निर्माण कार्य आनन-फानन में निपटाया गया, जिससे गुणवत्ता प्रभावित हुई.

डीएमएफ राशि से हुआ था कन्वेंशन सेंटर का निर्माण

इस घटना ने जिला प्रशासन और निर्माण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिया है. बताया जा रहा कि डीएमएफ राशि से इस कन्वेंशन सेंटर का निर्माण किया गया है. इसे कई सालों बाद तैयार किया गया. बनने में काफी देरी हुई, इसे लेकर कई बार सवाल भी खड़े हुए, जब बना भी तो भवन का ये हाल है.

सुधार और जांच के लिए निर्देशित करेंगे : कलेक्टर

इस मामले में कलेक्टर अजीत वसंत ने बताया कि विभाग को सुधार और जांच के लिए निर्देशित किया जाएगा. संबंधित अधिकारियों को समस्या का समाधान करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए जाएंगे.