संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। नगर पंचायत लोरमी में पुष्पवाटिका निर्माण में भ्रष्टाचार की बात सामने आई है. आरोप है कि पुष्पवाटिका के निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल को नजरअंदाज करते हुए ठेकेदार को आधी से अधिक राशि का भुगतान कर दिया गया है.
पूर्व नगर पंचायत लोरमी के अध्यक्ष एवं वर्तमान पार्षद मनीष त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि जनता की गाढ़ी कमाई और शासकीय राशि का मिलकर बंदरबाट किया गया है. पुष्पवाटिका के चारों तरफ बाउंड्रीवाल तो बना दिया गया है, लेकिन उद्यान में पेड़-पौधे तो नहीं है. चारों तरफ घांस-फूस दिखाई दे रहा है. लोरमी नगर पंचायत के पिछले कार्यकाल से शुरू हुआ काम अब तक जारी है. इतने सालों में दीवार निर्माण के अलावा कुछ भी निर्माण कार्य नहीं हुआ है.
पुष्पवाटिका निर्माण के लिए 28 लाख 48 हजार रुपए की शासकीय स्वीकृति मिली थी. जिसमें 18 लाख 77 हजार रुपए संबंधित ठेकेदार को भुगतान कर दिया गया है.
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उन्होंने बताया कि लोरमी शहर में एक सुंदर उद्यान की मांग पर 2015 में इसकी स्वीकृति मिली थी. इसका निर्माण शिवघाट में होना था, लेकिन अध्यक्ष कार्यकाल खत्म होने के बाद स्थल बदलकर नगर पंचायत की सीमा से बाहर बना दिया गया है. पांच साल बीतने के बाद भी लोगों को पुष्पवाटिका का लाभ नहीं मिल रहा है. यहां उद्यान के नाम पर शासकीय राशि में जमकर भ्रष्टाचार किया गया है. हालांकि, मामले में एसडीएम मेनका प्रधान ने जांच की बात कही है. लेकिन देखना होगा इस पूरे मामले में कब तक जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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