संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। विद्युत विभाग के लोरमी सब डिवीजन में खंभा शिफ्टिंग करने के नाम पर कर्मचारी व ठेकेदारों द्वारा जमकर लोगों से वसूली की जा रही है. ऐसे ही एक मामले का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें धान खरीदी केंद्र के प्रभारी प्रबंधक खंभा शिफ्टिंग के लिए दो लाख रुपए नगद देने की बात कह रहे हैं.

मामला लोरमी सब डिवीजन के गोड़खाम्ही विद्युत वितरण केंद्र अंतर्गत अखरार ग्राम निवासी प्रभारी प्रबंधक, धान खरीदी केंद्र डोंगरिया रामदीन जायसवाल वीडियो में कह रहे हैं कि काम में हो रहे लेटलतीफी के चलते बिजली विभाग के सहायक लाइनमैन से 2 लाख में काम करना तय हुआ. तो पहले 16 हजार रुपए जमा करवाया गया, जिसकी मुझे पावती तक नहीं दी गई. उसके बाद 1 लाख 80 हजार का स्टीमेट का देने के बाद 15 प्रतिशत और राशि जमा करने ठेकेदार हेमंत कश्यप ने कहा था. इस तरह से बिजली विभाग के कर्मचारी ने 2 लाख में काम को करवा दिया.

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हालांकि, वीडियो के सामने आने के बाद अब रामदीन जायसवाल पैसों के लेन-देन से इंकार कर रहे हैं, और न ही किसी विभागीय अधिकारी-कर्मचारी का नाम ले रहे हैं. उनका अब यही कहना है कि खंभा शिफ्टिंग के लिए मैं लंबे समय से प्रयास कर रहा था. इसके लिए मंत्रालय तक भी प्रयास किया लेकिन काम नहीं हुआ. इसी बीच 4 खंभा लगाते हुए शिफ्टिंग किया गया है.

इस मामले में कनिष्ठ यंत्री गोड़खाम्ही जशवंत कुमार परगनिहा ने कुछ भी कहने से इंकार कर दिए तो लोरमी के सहायक यंत्री मनीष श्रीवास ने कहा कि ठेकेदार जैलसिंग यादव के द्वारा मार्च 2020 में काम किया गया है, क्योंकि 2019-20 का ठेका जैलसिंग यादव को मिला था. उन्होंने साथ ही मामले की जांच किए जाने की बात कही.

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इस संबंध में मुंगेली जिला के अधिकारी कार्यपालन यंत्री नागेश्वर त्रिपाठी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि रामदीन जायसवाल से काम के एवज में कोई पैसा नहीं लिया गया है. जो वीडियो है वह फर्जी है. और जो काम हुआ है वह नियम के अनुसार हुआ है. वहां पर खंभा गिर गया था, जिसकी जगह दूसरा खंभा लगाया गया है.

वहीं दूसरी ओर वे यह भी कह रहे हैं कि जांच हमारी सर्किल आफिस से चल रही है. और जो जांच में आएगी उसके हिसाब से कार्रवाई की जाएगी. अब सवाल यह है कि शिकायत नहीं हुई, और रामदीन जायसवाल खुद पैसे नहीं देने की बात कह रहा है तो जांच किस आधार पर किया जा रहा है.

इस मामले में विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता पोषण कश्यप से बात की गई तो उन्होंने जांच टीम गठित करते हुए जल्द ही जांच रिपोर्ट आने के बाद नियमानुसार कार्रवाई करने की बात कही है. अब देखना है कि इस स्टिंग वीडियो के बाद विभाग के उच्च अधिकारियों के द्वारा किस तरीके से और कब तक जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी.