रेणु अग्रवाल, धार। धार के एकलव्य स्कूल में स्टूडेंट्स को बांटने के लिए शिक्षण सामग्री खरीदी में भ्रष्टाचार की बू आ रही है। दरअसल, बच्चों को जो स्टेशनरी, पेन-कॉपी, बैग, पानी बोतल और अन्य सामग्री दी गई है उसकी क्वालिटी को लेकर छात्रों ने सवाल खड़े किए हैं। स्टूडेंट्स का आरोप है कि उन्हें घटिया क्वालिटी की शिक्षण सामग्री दी गई है।

वहीं जब हमारी टीम ने इसकी पड़ताल की तो यह पता लगा कि लाखों की खरीदी निजी स्तर पर कर ली गई। कोटेशन मनमर्जी से बुलवा लिए। टेंडर प्रक्रिया को भी नहीं अपना गया। प्राचार्य का कहना है कि ने प्रक्रिया चल रही है, लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि बच्चों को सामग्री भी वितरित करवा दी। अब सवाल यह उठता है कि जब प्रक्रिया चल रही है, तो बच्चों को कैसे यह शिक्षण सामग्री का वितरण कर दिया गया।

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इससे साफ जाहिर होता है कि शिक्षण सामग्री खरीदी में बड़ा घोटाला हुआ है। वहीं जनजाति कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त सुप्रिया बिसेन ने कहा कि कल छात्रों ने घटिया सामग्री मिलने की शिकायत की थी। टीम बनाकर इसकी की जांच करवाई जाएगी। वहीं प्राचार्य नियम नहीं अपनाने के पीछे समय के अभाव की बात कह रहे हैं। साथ ही उन्होंने सामग्री रिप्लेस कराने की बात कही है।

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बता दें कि प्रति बच्चे के लिए स्टेशनरी व टेक्स्ट बुक के लिए 918 रुपए तय है। एकलव्य में अभी 329 बच्चे हैं। स्कूल अभी मॉडल स्कूल में लग रहा है। स्टूडेंट्स कल अपनी परेशानियों को लेकर जनसुनवाई में भी गए थे। जहां उन्होंंने विद्यालय को नवीन भवन में स्थान्तरित करने की मांग रखी थी।

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