विक्रम मिश्र, लखनऊ. राजधानी लखनऊ में साफ-सफाई का जिम्मा नगर निगम के हवाले है. ऐसे में सम्पूर्ण स्वच्छता अभियान के साथ इज ऑफ लिविंग जैसे कार्यक्रम नगर निगम का हेड डिपार्टमेंट नगर विकास विभाग चलाता है. साथ ही तरह तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित कर गुणवत्ता की परख भी नगर निगम लखनऊ समय समय पर करता है. लेकिन जैसे ही बरसात का समय आता है या थोड़ी बारिश होती है तो नाले नहर और सड़क नदियों के स्वरूप में आ जाती है.

नगर की साफ सफाई और सुंदरीकरण के काम के लिए हर साल करोड़ो रुपयों का बजट निगम को दिया जाता है. जिससे कि अत्याधुनिक मशीन और नए उपकरणों से नालों इत्यादि की सफाई कर सकें. लेकिन बैठे हुए जिम्मेदार तो बस बजट पर ही ध्यान देते है सफाई तो राम भरोसे ही है.

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इधर अपने वार्ड में सफाई की जांच करने के लिए खुद पार्षद रंजीत सिंह नाले में उतर गए. जहां पर की शिल्ट की सफाई पर महज खानापूर्ति की गई थी. रंजीत सिंह मनकामेश्वर वार्ड से पार्षद हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर फोटो डालते हुए नगर विकास विभाग महकमे की पोल खोलकर रख दी है.