चंडीगढ़। पंजाब में 117 विधानसभा सीटों के लिए कल यानी 10 मार्च को मतगणना शुरू होगी. यहां 20 फरवरी को मतदान कराए गए थे. मतगणना की पूरी तैयारियां कर ली गई हैं. कोरोना के खतरे को देखते हुए चुनाव आयोग ने प्रदेश में विजय जुलूस पर पाबंदी लगा दी है. पंजाब के मुख्य चुनाव अफसर डॉ एस करुणा राजू ने कहा कि जीत का सर्टिफिकेट लेने के लिए भी उम्मीदवार सिर्फ 2 समर्थकों के साथ ही आ पाएंगे. आयोग के आदेश को लागू करवाने के लिए सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नर, एसएसपी और पुलिस कमिश्नर को निर्देश जारी कर दिए गए हैं. मतगणना केंद्रों पर पुख्ता सुरक्षा-व्यवस्था होगी. यहां सुरक्षा के लिए केंद्रीय सुरक्षा बलों की 45 कंपनियां तैनात की गई हैं. सभी जगह थ्री लेयर सिक्योरिटी रहेगी. मुख्य चुनाव अफसर डॉ राजू ने बताया कि आयोग की तरफ से वोटर हेल्पलाइन एप पर लाइव रिजल्ट दिखाया जाएगा. इसमें राउंड के अनुसार जानकारी दी जाएगी. इसके अलावा आयोग ने हर काउंटिंग सेंटर और स्टेट ऑफिस में मीडिया सेंटर बनाया है, जहां इसकी जानकारी दी जाएगी.

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66 जगहों पर 117 काउंटिंग सेंटर

मतगणना के लिए 66 जगहों पर 117 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं. सभी सेंटरों पर 14-14 टेबल लगाए गए हैं. सिर्फ 2 सीटें ऐसी हैं, जहां 14 से कम टेबल होंगे. इस लिहाज से औसतन हर सीट पर 14 राउंड की मतगणना होगी. डॉ एस करुणा राजू ने बताया कि मतगणना के लिए 8 हजार कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है. इन्हें 4 चरण की ट्रेनिंग दी गई है. वहीं चुनाव आयोग ने ड्राई रन भी कर लिया है. उम्मीदवारों के एजेंट को आई कार्ड के बगैर एंट्री नहीं मिलेगी. उन्हें सुरक्षा की पहली लेयर से ही पैदल काउंटिंग सेंटर तक जाना होगा. इसके अलावा सभी सेंटरों में एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट तैनात कर दिए गए हैं.

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कल पंजाब में ड्राई डे

मतगणना के मद्देनजर पंजाब में ड्राई डे घोषित कर दिया गया है. मतगणना के समय के दौरान शराब के ठेके बंद रहेंगे. इसके अलावा कोई भी शराब स्टोर नहीं कर सकता. वहीं होटल, रेस्टोरेंट, क्लब और अहातों में भी शराब बेचने और पिलाने पर पाबंदी रहेगी.

पंजाब में कांग्रेस को 11 फीसदी वोट शेयर, 15 फीसदी बढ़त के साथ आप बनाएगी सरकार

एबीपी/सी-वोटर एग्जिट पोल के मुताबिक, कांग्रेस का पंजाब का प्रयोग विफल होता दिख रहा है. नेतृत्व में आखिरी मिनट में बदलाव के कारण उसका गढ़ नीचे आ गया है, जबकि आम आदमी पार्टी को इससे ज्यादा फायदा हुआ है. पिछले चुनाव के मुकाबले 15 फीसदी बढ़त के साथ राज्य में इसकी सरकार बनाने की संभावना है. साल 2017 में आम आदमी पार्टी को लगभग 23 प्रतिशत वोट मिले थे, लेकिन इस चुनाव के लिए अनुमान 39 प्रतिशत है, जबकि कांग्रेस को लगभग 11 प्रतिशत वोटों का नुकसान हुआ है, जबकि पिछले चुनाव में यह 38 प्रतिशत से अधिक था, जो अब लगभग 26 प्रतिशत है. इसकी सीटों की संख्या 77 सीटों से घटकर 25 सीटों पर आ सकती है. लेकिन हैरान करने वाली भविष्यवाणियां शिरोमणि अकाली दल के लिए हैं, जो बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा. उसका वोट प्रतिशत 25 से घटकर 20 प्रतिशत हो सकता है, लेकिन 2017 की तुलना में सीटें 15 से बढ़कर 23 हो सकती हैं, जबकि भाजपा को भी 9 सीटें मिल सकती हैं. एग्जिट पोल के अनुमानों के अनुसार, आप 2013 में दिल्ली के बाद 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा में 51 से 61 सीटें जीतकर एक और कांग्रेस सरकार को हटा देगी.

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वहीं दुश्मन से दोस्त बने कैप्टन अमरिंदर सिंह की नवगठित पंजाब लोक कांग्रेस पार्टी के साथ भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन इन चुनावों में केवल 10 सीटें ही हासिल करने में सक्षम हो सकता है. पंजाब के तीन क्षेत्र हैं – दोआबा, मालवा और माझा. एग्जिट पोल सर्वे के मुताबिक, दोआबा क्षेत्र की 23 सीटों में से कांग्रेस और आप के बीच बराबरी रहने की उम्मीद है, जिसमें से प्रत्येक को 7 सीटें मिल सकती हैं, जबकि शिअद को 5 और भाजपा को 3 सीटें मिल सकती हैं. शिअद माझा क्षेत्र की 25 में से 8 सीटें हासिल कर अपने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पछाड़ सकता है, जबकि कांग्रेस को 7 सीटें, आप को 6 और भाजपा को 4 सीटें मिलने की उम्मीद है. तीसरे और सबसे महत्वपूर्ण मालवा क्षेत्र में 69 सीटों के साथ आप पंजाब में टेबल बदल सकती है, क्योंकि एग्जिट पोल के अनुसार, इस क्षेत्र में आप 43 सीटें जीत सकती है, जबकि कांग्रेस को 11 और शिअद को 10 सीटें मिल सकती हैं, जबकि भाजपा को केवल 3 के साथ संतोष करना होगा.