रायपुर। 2015 में सूरजपुर के मानपुर के सामुदायिक भवन में सोशल ऑडिट कर रही प्रिंयका पांडेय और उनकी टीम के साथ मारपीट करने और बाहर निकालने के मामले में कोर्ट ने शहर के रसूखदार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था.
घटना 23 दिसम्बर 2015 की है. जब ये घटना हुई. मामले की शिकायत पुलिस और स्थानीय प्रशासन से की गई लेकिन उसके बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई. जिसके बाद प्रियंका पांडेय ने अदालत में केस लगाया इस मामले में आरोपियों सूरजपुर मण्डल अध्यक्ष मुकेश गर्ग, पार्षद राजेश साहू, नगरपालिका अध्यक्ष थलेश्वर साहू, उपाध्यक्ष अजय अग्रवाल, अधिवक्ता अख्तर अली, राजेश सोनवानी एवं एल्डर मैन राजु देवागंन और सहयोगियों के खिलाफ समन जारी करने का निर्देश दिया है.
प्रियंका पाण्डेय को संचालक सामाजिक अंकेक्षण इकाई कार्यालय रायपुर से दिनांक जुलाई 2015 में सूरजपुर में मनरेगा एवं इंदिरा आवास का सोशल आॅडिट काॅल हेतु नियुक्ति दी गई थी. जिनके द्वारा संचालक कार्यालय रायपुर के निर्देशानुसार अपने टीम के साथ कार्य किये जाने से मनरेगा एवं इंदिरा आवास में की गई भारी अनियमितता एवं भ्रष्टाचार उजागर होने लगी.
आरोप है कि इसके बाद जनपद पंचायत सूरजपुर सीईओ अनिल कुमार अग्निहोत्री एवं कार्यक्रम अधिकारी राजेश्वर गुप्ता ने प्रियंका पाण्डेय को प्रलोभन एवं भय दिखाकर अपने मन माफिक आॅडिट कार्य निपटाने का दबाव बनाने लगे. लेकिन प्रियंका पाण्डेय दबाव में आकर काम करने से मना कर दिया.
इसके बाद आरोपियों ने 23 दिसंबर 2015 को शाम सामुदायिक भवन मानपुर सोशल आॅडिट टीम के साथ गाली-गलौज मारपीट बदसुलूकी एवं शासकीय कार्य में बाधा डालते हुये पुलिस प्रशासन के उपस्थिति में लगभग ढाई घण्टे तक जमकर गुण्डागर्दी एवं उत्पादक का तान्डव मचाते हुये सोशल आॅडिट टीम को बलात भवन से बाहर कर दिया था.