लखनऊ. लोन में गड़बड़ी के मामले में विनय शंकर तिवारी और अजीत पांडेय को ईडी की रिमांड पर भेजा गया है. कोर्ट ने 3 दिन के लिए ईडी को दोनों की रिमांड दी है. 11 अप्रैल की शाम 4 बजे तक दोनों ईडी की रिमांड पर रहेंगे. गंगोत्री एंटरप्राइजेज के नाम पर बैंक से फर्जीवाड़ा मामले में दोनों को गिरफ्तार किया गया है. सोमवार को ED ने छापेमारी कर दोनों को अरेस्ट किया था.

बता दें कि विनय शंकर तिवारी सपा नेता और बाहुबली नेता हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं. वहीं अजीत पांडेय विनय शंकर तिवारी की गंगोत्री एंटरप्राइजेज का GM है. ईडी की लखनऊ स्थित सीबीआई स्पेशल कोर्ट में सोमवार को दोनों को पेश किया गया था. जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया. ईडी ने गोरखपुर, लखनऊ, नोएडा समेत उनके 10 ठिकानों पर रेड डाली थी. जिसके बाद दोनों की गिरफ्तारी हुई.

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पहले जी जब्त हो चुकी है 72 करोड़ की संपत्ति

पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की 72.08 करोड़ रुपये की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नवंबर 2023 में पहले ही जब्त कर चुकी है. ईडी ने यह कार्रवाई विनय तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड की ओर से बैंकों के कंसोर्टियम का करीब 1129.44 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में की थी. बैंकों की शिकायत पर सीबीआई मुख्यालय ने केस दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने भी विनय तिवारी समेत कंपनी के समस्त निदेशक, प्रमोटर और गारंटर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

2023 में ही राजधानी स्थित ईडी के जोनल कार्यालय ने विनय तिवारी की गोरखपुर, महराजगंज और लखनऊ स्थित कुल 27 संपत्तियों को जब्त किया था. इनमें कृषि योग्य जमीन, व्यवसायिक कांप्लेक्स, आवासीय परिसर, आवासीय भूखंड शामलि है.