चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग। तीन साल पहले हुए हत्या मामले में दुर्ग न्यायालय ने बड़ा फैसला सुनाया है. न्यायालय ने मामले से जुड़े सभी 13 आरोपियों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है. मामले के एक आरोपी की जेल में तबियत बिगड़ने के बाद इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.
पूरा मामला 31 मार्च 2016 भिलाई 3 थाना क्षेत्र के ग्राम पथर्रा का है. जहां एक छोटे से विवाद में मृतक गणेश भारती की उसके ही सगे चाचा सहित 13 लोगों ने मिलकर धारदार हथियार और डंडों से पीट पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. जिस पर सभी आरोपी के खिलाफ भिलाई 3 थाना में धारा 302 के तहत मामला पंजीबद्ध कर जेल भेजा गया था.
ट्रायल के दौरान साढ़े तीन साल बाद अतरिक्त सत्र न्यायाधीश विजय कुमार साहू ने आरोपी दशरथ भारती, कोमल भारती, नहुश भारती, करण भारती, पंचुराम टंडन, संजय भारती, अमित टंडन, बखारी भारती, मेघनाथ टंडन, अविनाश टंडन, मनीष टंडन, अमोल दास और टुमन लाल टंडन के खिलाफ धारा 302 के तहत आजीवन कारावास और 2 हजार अर्थदंड तथा धारा 148 के तहत 2 साल की सजा के साथ 5 सौ का अर्थदंड का फैसला सुनाया है. आरोपियों में से टुमन लाल टंडन की जेल में तबियत बिगड़ने से इलाज के दौरान मौत हो चुकी है.
ये है पूरा मामला
32 वर्षीय मृतक गणेश भारती का भांजा जगन्नाथ भारती और उसका दोस्त अक्षय गांव में ही एक हैंडपम्प के करीब खड़े होकर बातचीत कर रहे थे. तभी हैंडपम्प पर आरोपी दशरथ भारती की बहू निशा भारती पानी भरने पहुंची. इस दौरान जगन्नाथ भारती अपने साथी अक्षय से अपने नहाने के लिए पानी भरने की बात कही. जिस पर अक्षय ने उससे यह कहते हुए पानी भरने से इनकार कर दिया की मैं तेरी पत्नी हूं क्या. इन दोनों के बीच हो रही बातचीत को आरोपी दशरथ भारती की बहू निशा ने अपने ऊपर हो रहे छीटाकशी की बात समझकर घर पहुंच अपने ससुर दहशरथ भारती को बताई जिस पर आवेश में आकर दशरथ भारती अपने साथियों के साथ हैंडपम्प पर पहुंच जगन्नाथ और अक्षय के साथ मारपीट कर रहा था.
वहां खड़े लल्लू भारती को चोट लग गई. लल्लू भारती ने थाने इसकी शिकायत दर्ज कराई. आरोपियों ने शिकायत दर्ज कराने की जानकारी होने पर लल्लू को मारने के नियत से ढूँढ़ रहे थे. गाव में ही लल्लू भारती ,जगन्नाथ भारती और मृतक गणेश भारती अपने कुछ साथियों के साथ खड़ा दिखने पर आरोपियों ने सभी को हथियार लेकर मारने के नियत से दौड़ाया. बाकी सभी भागने में कामयाब हो गए लेकिन गणेश आरोपियों के हाथ लग गया. सभी ने मिलकर धारदार हथियार से गणेश पर हमला बोल दिया. हमले में गणेश की घटना स्थल पर ही मौत हो गई थी.