प्रयागराज. कौड़िहार निवासी राकेश बीडीसी हैं. उनकी ओर से दी गई तहरीर में आरोप लगाया गया है कि विकास खंड कौड़िहार में मुजफ्फर ने अपने मुकदमों को छिपाकर क्षेत्र पंचायत सदस्य बन गया. इस संबंध में उसकी ओर से दाखिल सदस्यता निरस्तीकरण याचिका विचाराधीन है.

गोतस्कर गिरोह सरगना और कौड़िहार से सपा ब्लॉक प्रमुख मो. मुजफ्फर पर दो करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ है. नवाबगंज थाने में बीडीसी राकेश यादव की ओर से लिखाए गए मुकदमे में रंगदारी मांगने के साथ ही धमकी देने का आरोप लगाया गया है. इसमें कुल पांच लोग नामजद किए गए हैं.

विकास खंड कौड़िहार में मुजफ्फर ने अपने मुकदमों को छिपाकर क्षेत्र पंचायत सदस्य बन गया. इस संबंध में उसकी ओर से दाखिल सदस्यता निरस्तीकरण याचिका विचाराधीन है. आरोप यह भी है कि 21 सितंबर को लगभग तीन बजे दिन कसारी नहर के पास मुजफ्फर ने उसकी गाड़ी रोक ली. धमकी देते हुए कहा कि याचिका वापस ले लो वरना जो हश्र रामजी यादव का किया है, उससे बुरा हाल कर दूंगा.

यह भी कहा कि मेरा दो करोड़ से ज्यादा रुपये जमानत व चुनाव में खर्च हो चुका है, उसे जल्दी से जल्दी दे दो. ऐसा न करने पर जान से मार दिए जाओगे. आरोप है कि इसी दौरान दूसरी गाड़ी से सुभाष पटेल, कृष्णा पाल, राजपाल यादव व जैद राइफल लेकर उतरे और राइफल सटाकर कहा कि मुजफ्फर के कहे के अनुसार जल्द रुपये देकर माफी मांग लो. ऐसा न करने पर परिवार समेत खत्म करने की धमकी दी.

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मुजफ्फर को बीते 15 अक्तूबर को सोरांव में दर्ज गोकशी के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. एक दिन पहले उसे बमरौली स्थित एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार किया गया था. पुलिस से बचने के लिए उसने बुरका पहन लिया था जिसकी तस्वीर भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. उस पर अलग-अलग जनपदों में 30 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं. वह अंतरराज्यीय गोतस्कर गिरोह का सरगना है. उस पर पांच महीने पहले भी पूरामुफ्ती थाने में एक करोड़ की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ था. इसमें उसके छह भाई भी नामजद हैं.