नई दिल्ली. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) में पेश अपनी एक रिपोर्ट में सुझाव दिया है कि सार्वजनिक परिवहन को दो पहिया वाहन से भी सस्ता किया जाए. विशेषज्ञ समिति ने यह भी कहा कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए देश भर में शहरी सार्वजनिक परिवहन में शामिल डीजल वाहनों को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए.
इसके साथ ही, विशेषज्ञ समिति ने कहा है कि अगले पांच सालों में देश भर में शहरी परिवहन सिर्फ मेट्रो, इलेक्ट्रिक वाहन या सीएनजी से संचालित किए जाने चाहिए. प्रदूषण के कम करने के लिए गठित विशेषज्ञ समिति ने देश भर में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए उठाए जा रहे कदमों की जानकारी देते हुए अपने सुझाव भी एनजीटी में पेश किए हैं. विशेषज्ञ समिति ने नए सार्वजनिक परिवहन के लिए सीएनजी या इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की सलाह दी हैं. समिति के विशेषज्ञों ने सार्वजनिक परिवहन को मेट्रो में आधारित करने या पर्याप्त संख्या में बसों की खरीद करने पर जोर दिया है, ताकि लोग सार्वजनिक परिवहन की ओर आकर्षित हो. इसके अलावा, सभी प्रमुख शहरों में आवागमन सर्वेक्षण के आधार पर मार्ग योजना और मोबाइल ऐप आधारित टिकटिंग और बैठने की प्रणाली विकसित करने की भी सलाह दी गई है.
गोबर व अन्य बायोमास जलाने पर रोक लगे
सीपीसीबी ने ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा अनुमोदित खाना पकाने के स्टोव वितरित करने का सुझाव दिया है. साथ ही लोगों को खाना बनाने में गोबर सहित किसी भी बायोमास को न जलाने और एलपीजी के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए ब्लॉक/पंचायत स्तर पर करने का सुझाव दिया है. यह काम आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और एएनएम नर्सों के माध्यम से किया जा सकता है.
दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता पर स्वत संज्ञान
सीपीसीबी ने दिल्ली-एनसीआर सहित देश के तमाम बड़े शहरों की खराब वायु गुणवत्ता पर संज्ञान लेकर शुरू किए गए मामले में एनजीटी में यह रिपोर्ट पेश की है. एनजीटी ने 3 नवंबर को दिल्ली-एनसीआर सहित देश के कई बड़े शहरों में वायु गुणवत्ता खराब होने पर स्वत संज्ञान लेकर सीपीसीबी और संबंधित राज्यों से जवाब मांगा था.
अहम सलाह
03 किलोमीटर पर चार्जिंग स्टेशन हो शहरों में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए
25 किलोमीटर पर हाईवे के दोनों तरफ चार्जिंग स्टेशन बने
100 किलोमीटर पर बसों और ट्रकों के बैटरी स्वैप करने के लिए स्टेशन बने
सीपीसीबी के और सुझाव
● पुराने वाहनों को स्क्रैप करने के लिए तीन साल के भीतर बुनियादी ढांचा विकसित हो
● इलेक्ट्रिक वाहनों को आक्रामक रूप से बढ़ावा दिया जाना चाहिए
● जब तक बैटरी-ईवी की स्थिति मजबूत नहीं होती तब तक, स्ट्रोंग हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन (एचईवी) को बढ़ावा दिया जाए
● घरेलू क्षेत्र के लिए ठोस से स्वच्छ गैसीय ईंधन को बढ़ावा दें और समयबद्ध तरीके से कार्यान्वित करें
● ग्रामीण इलाकों में एलपीजी नेटवर्क का विस्तार किया जाए