रायपुर। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने बस्तर क्षेत्र के नारायणपुर जिले के मरकाबेड़ा गांव में घटी घटना की निंदा करते हुए हाई कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से स्वतंत्र व निष्पक्ष न्यायिक जांच की मांग की है.

माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने आरोप लगाया है कि राज्य सरकार पूरे मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि जो पुलिस अपने कृत्यों से ही संदेह के घेरे में है, और ग्रामीणों ने डीआरजी के आत्मसमर्पित नक्सलियों को पहचानकर आरोपित किया है, और पुलिस के उच्च अधिकारी उनका बचाव कर रहे हैं, उसी पुलिस प्रशासन को घटना की जांच करने को कहना बेतुका है.

उन्होंने कहा कि मानवाधिकार आयोग और सीबीआई ने अपनी कई रिपोर्टों में आदिवासियों पर अत्याचार करने के लिए पुलिस को आरोपित किया है. ऐसे में इस घटना की न्यायिक जांच जरूरी है. पराते ने बताया कि माकपा ने इस घटना की मीडिया रिपोर्टिंग के साथ राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी शिकायत प्रेषित कर जांच करने का अनुरोध किया है.