कोटा। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत खुले में शौच मुक्त गांव के लिए शौचालय निर्माण पर विशेष जोर दिया है. जिसके अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में शौचालय बनाए जा रहे है.  इसमें सभी गरीब परिवारों को भी जोड़ा जा रहा है. लेकिन ग्राम पंचायत गोबरीपाट के सरपंच ने ठेकेदार के माध्यम से शौचालय निर्माण करवाया गया है जिसमें गुणवत्ताहीन मटेरियल लगाई गई है, जिससे कई घरों की शौचालय में दरार आ गई है. कई घरों में ठेकेदार द्वारा शौचालय निर्माण को आधा अधूरा छोड़ दिया गया है.
प्रधानमंत्री के इस ड्रीम प्रोजेक्ट की धज्जियां पंचायतों में उड़ाई जा रही है.  ग्राम पंचायत के शौचालय निर्माण में गुणवत्ताहीन मटेरिचल लगाकर ठेकेदार, सचिव, सरपंच अपनी जेब गर्म कर रहे हैं.  इस बारे में ग्राम पंचायत गोबरीपाट सरपंच  श्रीमती सुशीला मरकाम से सवाल पूछने पर उसका पति मान सिंह मरकाम भड़क उठता है. कहता है जो करना है कर लो, जो छापना है छाप लो.