मुंबई। क्रिकेट की दुनिया का बेताज बादशाह है भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड याने बीसीसीआई. अंग्रेजों की धरती से आए क्रिकेट को नया जीवन देने का काम किसी ने किया है तो बीसीसीआई ने. यही नहीं खिलाड़ियों की एक ऐसी नई नस्ल तैयार कर रही है, जो आने वाले सालों में क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगी. यह सब कुछ बीसीसीआई के पास मौजूद अकूत संपदा की बदौलत संभव हो रहा है.
बीसीसीआई की बढ़ती ताकत के पीछे का राज क्रिकेट वेब पोर्टल क्रिकबज़ ने अपनी एक रिपोर्ट के जरिए बताया है. क्रिकबज़ के मुताबिक, बीसीसीआई का नेटवर्थ 18,760 करोड़ रुपए है. जी हां, 18,760 करोड़ रुपए! जो दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था से भी ज्यादा है.
कहां टिकते हैं दूसरे क्रिकेट बोर्ड
बीसीसीआई के बाद क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया दूसरा सबसे अमीर बोर्ड है, जिसका नेटवर्थ 654 करोड़ है. वहीं तीसरे स्थान पर इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड हैं, जिसकी नेटवर्थ 488 करोड़ है. पाकिस्तान में भी क्रिकेट अघोषित राष्ट्रीय खेल है, जिसका असर पीसीबी के नेटवर्थ पर साफ नजर आता है. पीसीबी का नेटवर्थ 455 करोड़ रुपए है. बांग्लादेश का क्रिकेट बोर्ड कमाई के लिहाज से पाकिस्तान से थोड़ा पीछे हैं. बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड का नेटवर्थ 422 करोड़ है.
अमीर होने का मुख्य कारण
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बीसीसीआई (BCCI) को विश्व में सबसे अधिक अमीर होने की वजह आईपीएल को बताया जाता है. साल 2008 में आईपीएल की नींव रखी गई और बढ़ते दिनों के साथ इस लीग को काफी पसंद किया जाने लगा. आईपीएल के क्रेज की वजह से व्यूअरशिप छप्पड़ फाड़ कर आती है, जिसके बाद बीसीसीआई अपने मीडिया राइट्स मनचाहा कीमतों पर बेचती है.