स्पोर्ट्स डेस्क– भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी गौतम गंभीर ने आज भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ले ली, और राजनीति की पिच पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हो गए।लेकिन क्या आपको पता है कि गौतम गंभीर कोई पहले ऐसे भारतीय क्रिकेटर नहीं हैं जिन्होंने क्रिकेट के बाद राजनीति की पिच पर अपना भाग्य आजमाने जा रहे हैं।
देखा जाए तो भारतीय राजनीति में बॉलीवुड और क्रिकेटर्स अक्सर आते जाते रहे हैं, कई ऐसे बॉलीवुड एक्टर्स हुए हैं जिन्होंने एक्टिंग के अलावा भारतीय राजनीति में भी अपना भाग्य आजमाया है तो वहीं कई ऐसे भारतीय क्रिकेटर्स भी हुए हैं जिन्होंने भारतीय टीम से क्रिकेट खेलने के बाद राजनीति की पिच पर खेला है।
गौतम गंभीर से पहले इन क्रिकेटर्स ने की राजनीति में एंट्री
नवजोत सिंह सिद्धू, मोहम्मद अजहरूद्दीन, चेतन चौहान, कीर्ति आजाद, मोहम्मद कैफ, एस श्रीसंत, विनोद कांबली और मंसूर अली खान पटौदी, ये वो क्रिकेटर हैं जिन्होंने क्रिकेट के मैदान में भी जमकर खेला, और फिर उसके बाद राजनीति की पिच पर भी अपना भाग्य आजमाया जिसमें से कई सफल भी हुए ।
मौजूदा दौर में पंजाब सरकार में मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता, नवजोत सिंह सिद्धू को कौन नहीं जानता है, वैसे भी इन दिनों अपने तरह तरह के बयानों को लेकर सुर्खियों में भी रहते हैं। नवजोत सिंह सिद्दू ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत भाजपा ज्वाइन करके साल 2004 में की थी, और अमृतसर से सांसद का चुनाव लड़कर संसद भवन तक पहुंचे थे, 2016 में राज्यसभा सांसद भी बने, और साल 2017 में भाजपा पार्टी को छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गए, और लगातार राजनीति की पिच पर चौके छक्के लगाते जा रहे हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू जब टीम इंडिया से क्रिकेट खेला करते थे तो टीम की पारी की शुरुआत करते थे, मतलब सलामी बल्लेबाज थे।
मोहम्मद अजहरूद्दीन को कौन नहीं जानता क्रिकेट में इनके शॉट्स के कई दीवाने थे, कलाई के मास्टर माने जाते थे, और जब क्रिकेट की पिच पर बल्लेबाजी करने उतरते थे दुनिया के दिग्गज गेंदबाजों को चौके छक्के लगाते थे, इसके अलावा अजहरुद्दीन को उनकी कप्तानी के लिए भी जाना जाता है। क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद अजहरुद्दीन ने भी राजनीति में अपना भाग्य आजमाया, और साल 2009 में पहली बार कांग्रेस की टिकट से मुरादाबाद सीट से चुनाव लड़े, और संसद भवन तक पहुंचे।
चेतन चौहान भी भारतीय क्रिकेट का बड़ा नाम है, सुनील गावस्कर के दौर में चेतन चौहान ही वो बल्लेबाज थे जो पारी की शुरुआत करने उनके साथ जाते थे, चेतन चौहान अभी उत्तर प्रदेश सरकार में खेल मंत्री हैं, चेतन चौहान भाजपा के दिग्गज नेताओं में गिने जाते हैं, दो बार चेतन चौहान अमरोहा सीट से चुनाव लड़कर जीतकर संसद भवन तक भी पहुंच चुके हैं।
कीर्ती आजाद भी भारतीय क्रिकेट टीम के कभी स्टार खिलाड़ी हुआ करते थे, 1983 वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे कीर्ति आजाद, और क्रिकेट के बाद इन्होंने भी राजनीति को अपना अखाड़ा बनाया, कीर्ति आजाद ने भी अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी से ही की, कीर्ति आजाद पहले दिल्ली के गोल बाजार से विधायक बने, उसके बाद साल 2014 में दरभंगा लोकसभा क्षेत्र से सांसद बने, और फिर साल 2015 में उन्हें भाजपा से बैन कर दिया गया, बता दें कि कीर्ति आजाद के पिता 80 के दशक में बिहार के मुख्यमंत्री थे।
इनके अलावा कई ऐसे क्रिकेटर हैं जिन्होंने भारतीय टीम से क्रिकेट खेलने के बाद राजनीति की पिच पर अपना भाग्य आजमाया, मोहम्मद कैफ ने साल 2014 में कांग्रेस की टिकट से उत्तरप्रदेश के फूलपुर से लोकसभा चुनाव लड़े, और उन्हें हार का सामना करना पड़ा,
एस श्रीसंत भी साल 2016 में भाजपा के टिकट से केरल से विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन हार का सामना करना पड़ा था।
विनोद कांबली भी साल 2009 में लोक भारती पार्टी से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके हैं, और उन्हें सफलता हाथ नहीं लगी।
इनके अलावा मंसूर अली खान पटौदी, पूर्व भारतीय कप्तान, जिनके क्रिकेट की दुनिया दीवानी थी उन्होंने ने भी भोपाल से कांग्रेस का हाथ थामा था लेकन इस चुनाव में हार झेलने के बाद उन्होंने कभी भी चुनाव नहीं लड़ा।