रायपुर. बैंक में पकड़े जाने के डर से एटीएम बूथ में लगे कैश डिपॉजिट मशीन में नकली नोट जमा कर दूसरे एटीएम से असली नोट निकालने की आरोपियों की तरकीब काम नहीं आई. मशीन के फेक करेंसी बॉक्स में नोट मिलने के बाद बैंक अधिकारियों से मिली सूचना पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सेवानिवृत्त सैनिक व शिक्षाकर्मी के साथ उसके साथी को गिरफ्तार किया है.

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सेक्टर 27 शाखा के प्रबंधक राजू रजक ने राखी थाना में रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें शाखा के कैंश रिसाइकलर मशीन में 30 नवंबर को खाता 557602120001075  में अज्ञात व्यक्ति ने 2000 रुपए के 20 नोट जमा किया था. मशीन को लोड करने के बैंककर्मियों के खोले जाने पर मशीन के नकली नोट के अलग बक्से में ये नोट मिले, जिसकी कुल राशि 40,000 रुपए थी.

राखी पुलिस ने जमा किए गए नकली नोट, मशीन की पर्ची और वीडियो फुटेज मिलने के बाद मामला दर्ज कर आरोपी की पतासाजी शुरू की. खाताधारक तक पहुंचने पर उसने बताया कि उसके गांव का ही रहवासी हीरा ध्रुव उससे पैसे जमा करने के लिए एटीएम कार्ड व खाता नंबर मांगा था. पुलिस ने आरोपी हीरा ध्रुव को हिरासत में लेकर पूछताछ की, जिसमें उसने बताया कि वह नकली नोट मशीन में जमा कर दूसरे एटीएम से असली नोट निकालने की फिराक में था.

आरोपी ने पूछताछ में उपरोक्त नोट 10 हजार में आरोपी तेजराम निषाद से खरीदना बताया. जिसके आधार पर पुलिस ने आरोपी तेजराम निषाद को गिरफ्तार किया. आरोपी तेजराम निषाद सेना से सेवानिवृत्त होने के बाद शिक्षाकर्मी के पद पर कार्यरत था, और 02 वर्ष पूर्व ही शिक्षाकर्मी के पद से भी सेवानिवृत्त हो चुका है. आरोपी तेजराम निषाद नकली नोट को कहां से लाया था, इस संबंध में पूछताछ की जा रही है. आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही कर ज्यूडिशियल रिमाण्ड पर जेल भेजा जा रहा है.

मामले को लेकर एएसपी ग्रामीण सुखनंदन राठौर ने बताया कि कुछ दिनों से ओडिसा से नकली नोट लाए जाने की सूचना जानकारी मिल रही थी. बीते  दिनों राजधानी में नकली नोट छापने वाले दंपती के साथ संबंध को लेकर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है. जब्त किेए गए सारे नकली नोट 2 हज़ार रुपए के हैं. वहीं सभी नोटों के सीरियल नम्बर अलग हैं.