शिवम मिश्रा,रायपुर। शेयर मार्केट में एल्गो ट्रेडिंग में मोटे मुनाफे का लालच देकर रायपुर के एक आईटी प्रोफेशनल से 2 करोड़ 30 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। आरोप है कि नीरज केडिया नामक युवक ने गौरव तिवारी नामक पीड़ित को निवेश के नाम पर अपने झांसे में फंसाया और उसके साथ-साथ उसके परिजनों के बैंक खातों तक पहुंच बनाकर करोड़ों रुपये उड़ा लिए। मामले में आरोपी के खिलाफ आजाद चौक थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है और पुलिस जांच में जुट गई है।


जानकारी के अनुसार, गौरव तिवारी पहले चंडीगढ़ में टेक महिंद्रा में कार्यरत था। गौरव के बड़े भाई आईटी क्षेत्र में काम करते हैं और उन्होंने ही ट्रेडिंग के लिए पूंजी मुहैया कराई थी। सितंबर 2022 में गौरव अपने भाई के साथ रायपुर निवासी नीरज केडिया से मिला था। नीरज ने खुद को निवेश विशेषज्ञ बताते हुए गौरव को अपने भाई नवीन की फर्म में निवेश करने को कहा और एक डीमैट खाता खुलवाया।
OTP लेकर मोबाइल से करता था ऑपरेशन
गौरव का आरोप है कि नीरज ने न सिर्फ उसे, बल्कि उसके माता-पिता और अन्य परिजनों के बैंक खातों की भी जानकारी हासिल कर ली थी। उसने एल्गो ट्रेडिंग में अधिक मुनाफे का झांसा देकर सभी से ओटीपी मंगवाया और फिर मोबाइल के जरिए उनके बैंक व ट्रेडिंग खातों को खुद ही ऑपरेट करने लगा। गौरव ने बताया कि विश्वास में आकर उसने नीरज को करोड़ों रुपये अलग-अलग खातों में ट्रांसफर किए।
कुछ समय बाद एक परिचित के माध्यम से गौरव को शक हुआ और जब उसने बैंक स्टेटमेंट मंगवाया, तब जाकर सारा मामला उजागर हुआ। इसके बाद उसने नीरज के भाई नवीन से बात की, तो सामने आया कि जिन खातों को नवीन की फर्म से जुड़ा बताया जा रहा था, वे असल में नीरज खुद संचालित कर रहा था। सभी खातों से धीरे-धीरे रकम निकाल ली गई थी।
पुलिस कर रही जांच
पुलिस ने गौरव तिवारी की शिकायत पर नीरज केडिया के खिलाफ IPC की धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस को प्रारंभिक जांच में यह एक संगठित साइबर फ्रॉड का मामला प्रतीत हो रहा है, जिसमें तकनीकी जानकारी का दुरुपयोग कर लोगों की जमा पूंजी को ठगा गया है। मामले में साइबर सेल की मदद से तकनीकी जांच भी शुरू की गई है।
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