Crime News. आगरा में नाथ संप्रदाय के लालनाथ समाधि मठ के मठाधीश योगी चैतन्य नाथ की 12 मई को हुई हत्या के मामले का खुलासा कर दिया. पुलिस ने इस मामले में अक्षय गुप्ता उर्फ बालयोगी को गिरफ्तार किया है. उनके लूटे गए एटीएम कार्ड से लगातार पैसे निकल रहे थे. जिसकी जांच हुई तो सीसी कैमरे में अक्षय का चेहरा दिखा.
इसके बाद आरोपी को पकड़ लिया गया. हत्यारोपी अक्षय के मुताबिक, मठाधीश योगी चैतन्य नाथ ने उसके साथ रात में गलत हरकत की थी. इस पर गुस्से में उसने डंडा मारकर हत्या कर दी थी. उसे उम्मीद नहीं थी की वह पकड़ा जाएगा. पुलिस ने योगी के शिष्य बालयोगी मदन नाथ उर्फ अक्षय गुप्ता को बिहार से गिरफ्तार किया है. आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल डंडा भी बरामद किया है.
12 मई को मठ परिसर में योगी चैतन्य नाथ का शव मिला था. संतों ने बिना पुलिस को सूचना दिए समाधि दे दी थी. आरोपी ने बताया कि वो बिहार के जिला सहरसा के थाना पतरघट के पीपरा गांव का रहने वाला है. आरोपी खुद नाथ संप्रदाय की दीक्षा ले चुका था. पहले अन्य मठ में रहकर सेवा करता था. 10 मई को वो योगी चैतन्यनाथ के पास आया था. योगी चैतन्य नाथ ने उसके खाने पीने और रहने की व्यवस्था की.
रात में वो योगी की सेवा कर रहा था. योगी ने उसके साथ गलत हरकत करने का प्रयास किया. इसके बाद गुस्से में आकर उसने डंडे से योगी के सर पर ताबड़तोड़ वार किए. इसके बाद वेश बदल कर बिहार भाग गया. मृतक योगी चैतन्य नाथ के भाई मुन्ना मिश्रा ने बताया कि 58 वर्षीय बुजुर्ग किसी जवान युवक के साथ गलत हरकत कैसे कर सकता है. यह साजिश है. योगी चैतन्यनाथ बाबा बालकनाथ के इकलौते शिष्य और उत्तराधिकारी थे.
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