पत्नी से गाली-गलौज कर पति तलाक के लिए दबाव बनाने लगा और 4 साल की बच्ची को ले गया. इसके बाद पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. आत्महत्या के पहले पत्नी ने सुसाइड नोट भी लिखा है. इस मामले में मृतका के पिता की शिकायत पर सूरत के सिंगणपोर थाने में पति सहित ससुराल पक्ष के 8 लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है.

  •  सिंगणपोर के उगाभाई मेघवाडे ने साल 2017 में अपनी बेटी ज्योति की शादी ओलपाड के मासमा में रहने वाले हितेश रमेशभाई भास्कर से की थी. शादी के एक महीने बाद ही ज्योति के पति हितेश और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों ने उसे शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था.
  • इस बीच उसने एक बच्ची को जन्म दिया. लेकिन ससुराल पक्ष के लोगों का व्यवहार नहीं बदला.
  •  आखिर में तंग आकर में वह अपनी 4 साल की बच्ची के साथ मायके रहने आ गई. 11 जून को उसका पति हितेश ससुराल आया और ज्योति के साथ गाली-गलौज कर उसे तलाक के कागज पर हस्ताक्षर करने का दबाव बनाने लगा और अपनी बेटी को लेकर चला गया.
  • इसके बाद 14 जून दोपहर को वह ज्योति ने मायके में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

उसके मौत से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था.

मैं ससुराल वालों के कारण आत्महत्या कर रही हूं सुसाइड नोट में महिला ने लिखा है कि मैं ससुराल वालों के कारण आत्महत्या कर रही हूं. पति मेरी बच्ची को ले गए, मेरा जीवन उसी में है, मैं उसके बिना जिंदा नहीं रह सकती हूं. मृतका के पिता उगाभाई मेघवाडे ने सिंगणपोर थाने में ज्योति के पति हितेश रमेशभाई भास्कर, ससुर रमेश भाई, सास कमुबेन, ननद किरन, नंदोई रवि, ननद मनीषा, अंजलि और देवर कुणाल के खिलाफ बेटी को मानसिक और शारीरिक रू से प्रताड़ित करने और आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया है. आरोप है कि ससुराल के लोग उससे नौकरानी जैसा व्यवहार करते थे.