वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। शहर के ग्रांड अंबा होटल में वैवाहिक कार्यक्रम में पार्किंग को लेकर हुए विवाद मामले में पीड़ित पक्ष ने सिविल लाइन थाने का घेराव कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई की मांग को लेकर डटे रहे. आखिरकार विधायक शैलेष पांडेय के हस्ताक्षेप के बाद पुलिस ने मारपीट के संदेही युवक को छोड़ने की बात कहते हुए दोनों पक्षों के आवेदन पर जांच करने की बात कही.

बता दें कि ग्रांड अंबा होटल में बाराती और होटल स्टाफ के बीच मारपीट का वीडियो घटना के बाद से सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ है. जिसमें एक तरफ होटल प्रबंधन के स्टाफ और बाउंसर पिटाई करते नज़र आ रहें है, वहीं दूसरे वीडियो में बाराती पक्ष के लोग होटल स्टॉफ को दौड़ा कर मारपीट करते हुए होटल के भीतर तोड़फ़ोड करते दिखाई दे रहें है.

मामले में शिकायत प्राप्त होने पर पुलिस ने मारपीट के संदेह में बारात में शामिल युवक को थाने में बिठाया था, जिस पर बारातियों ने आपत्ति जताते हुए 3-4 घंटे से थाने में खड़े रहे, लेकिन उनकी शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर विधायक शैलेश पांडेय भी सिविल लाइन थाने पहुंचकर पुलिस से कार्रवाई को लेकर जानकारी मांगी और एकपक्षीय कार्यवाही ना करने की बात कही. शैलेश पांडेय ने पीड़ित पक्ष के युवक को तत्काल रिहा करने की बात करते हुए पुलिस के आगे समाज विशेष की ओर से आग्रह किया.

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सिविल लाइन सीएसपी मंजुलता बाज ने कहा कि सिविल लाइन थाने में दोनों पक्षों का आवेदन थाने में प्राप्त हुआ है. साथ ही सीसीटीवी फुटेज और शिकायत के आधार पर पुलिस कार्रवाई करेगी. वहीं मारपीट के संदेह आरोप में जिस युवक को थाने लाया गया था, उसे छोड़ा जा रहा है.

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