भोपाल। बिलाबोंग स्कूल रेप केस (Billabong school rape case) में लगातार नए ख़ुलासे हो रहे हैं. बच्ची के साथ दुष्कर्म (child rape case in Bhopal) के मामले में मध्य प्रदेश बाल अधिकार संरक्षण आयोग (Madhya Pradesh Child Rights Protection Commission) के बाद अब SIT की एंट्री हो गई है. कुछ अहम बिंदुओं पर जांच के दौरान चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.

बिलाबोंग केस में नए खुलासे हो रहे हैं. SIT की शुरूआत जांच में खुलासा हुआ है. आरोपी ड्राइवर हनुमत जाटव का पुलिस वेरिफिकेशन गलत पाया गया. आरोपी हनुमत का क्रिमिनल रिकॉर्ड पाया गया है. मारपीट और धार्मिक भावना भड़काने का केस दर्ज है. पहले आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के लिए झूठी जानकारी दी थी. SIT की टीम को कई महत्वपूर्ण जानकारियां हाथ लगी हैं.

बताया जा रहा है कि डेढ़ महीने पहले ही बिलाबॉन्ग स्कूल में नौकरी मिली थी. इसके पहले निजी कॉलेज में आरोपी नौकरी करता था. वहीं बाल आयोग भी काली करतूतों को खंगाल रहा है. जांच में कई महत्वपूर्ण बिंदू निकल कर सामने आए हैं.

महिला अटेंडेंट ने बताया कि ज़िद के कारण अन्य बच्चों के कपड़े बदले गए थे. स्टाफ़ के बयानों से संदेहास्पद स्थिति में कपड़े बदलना माना जा रहा है. एक साथ पीड़ित और अन्य बच्चों के कपड़े बदलना आशंका पैदा कर रहा है.

घटना के तुरंत बाद भी प्रबंधन ने ऐडमिनिस्ट्रेशन मैम को हटाया. एडमिनिस्ट्रेशन इंटरनल जांच प्रभावित कर सकता है कहकर उन्हें हटाया गया. इसके अलावा बस में CCTV कैमरा एकमात्र साक्ष्य था, लेकिन घटना के दूसरे दिन अचानक बस ख़राब होना भी संदेह पैदा करता है. CCTV कैमरे का मेमोरी कार्ड भी अचानक से ग़ायब है.

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