रोहतक: लोकसभा चुनाव के बीच हरियाणा में भाजपा को बड़ा झटका लगा है. यहां तीन निर्दलीय विधायकों ने आज कांग्रेस को अपना समर्थन दिया. ये सभी विधायक पहले बीजेपी के साथ थे. इन तीनों विधायकों ने बीजेपी की प्रदेश सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है. इनमें दादरी से विधायक सोमबीर सांगवान, नीलोखेड़ी से विधायक धर्मपाल गोंदर और पुंडरी से निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन शामिल हैं.
माना जा रहा है कि ये सभी विधायक मंत्रीमंडल में जगह न मिलने की वजह से काफी दिनों से भाजपा से नाराज चल रहे थे. आखिरकार इन सभी निर्दलीय विधायकों ने मंगलवार को कांग्रेस पार्टी को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया है.
निर्दलीय विधायकों ने क्या कहा?
कांग्रेस को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायकों का कहना है कि बीजेपी सरकार की नीति जन विरोधी रही है. इसके कारण उन्होंने कांग्रेस को बाहरी समर्थन देने का फैसला किया. वह अब कांग्रेस का पूर्ण रूप से समर्थन देने का काम करेंगे. वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदय भान ने कहा कि बीजेपी सरकार जेजेपी और निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार चला रही थी, लेकिन आज बीजेपी की प्रदेश सरकार अल्पमत में है. प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए. अब बीजेपी को सरकार में रहने का कोई अधिकार नहीं है.
जानिए हरियाणा में किसके पास हैं कितने विधायक
बता दें कि हरियाणा विधानसभा 90 विधायकों वाली विधानसभा है. 2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के 40, कांग्रेस के 32 और जेजेपी के 10 विधायकों के साथ 8 निर्दलीय विधायक चुन कर आए थे. सभी 8 में 7 विधायकों ने बीजेपी को अपना समर्थन दिया था. इस समय बीजेपी और जेजेपी का गठबंधन टूट चुका है. वहीं निर्दलीय विधायकों के सहारे सरकार चला रही बीजेपी की प्रदेश सरकार की मुश्किल बढ़ गई है. बीजेपी से नाराज चल रहे तीन निर्दलीय विधायकों के कांग्रेस को समर्थन देने से बीजेपी की प्रदेश सरकार अल्पमत में आ गई है.
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