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शामली। उत्तर प्रदेश के शामली जिले के सिलेक विहार में डिजिटल करेंसी निवेश के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। 3 दिन पहले ईडी (ED) ने सिलेक विहार में छापेमारी की थी, जिसमें बड़ी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी। इस मामले में कई बड़े खुलासे हो रहे हैं। ठगी के लिए गरीबों को अमीर बनने का सपना दिखाया जा रहा था। जालसाज, लोगों को अपनी चिकनी चुपड़ी बातो में फंसाते और ठगी की घटना को अंजाम देते थे।
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बताया जा रहा है कि ईडी की 15 सदस्यीय टीम ने रोहतक, नोएडा, दिल्ली और शामली में आरोपियों के ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की। इस दौरान उन्होंने संतोष कुमार, राजेंद्र सूद और विनीत कुमार समेत 20 से ज्यादा एजेंटों से पूछताछ की है। ED ने 30 से अधिक लॉकरों बैंक खातों को सील कर दिया है। वरिष्ठ अधिकारियों कि माने तो जल्द ही इस मामले में कई बड़ी गिरफ्तारियां हो सकती हैं। बोट ब्रो और क्यूएफएक्स ट्रेड की जांच के दौरान यह कार्रवाई की गई है।
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डिजिटल कंपनी का सरगना लविश दुबई में बैठकर इसका संचालन करता था। कंपनी के कई बड़े एजेंट भी ईडी की रडार पर आ गए हैं। ईडी की टीम लगातार जांच कर रही है और ठगी के पूरे नेटवर्क का पता लगाने में जुटी है। जल्द ही इस मामले में बड़ा खुलासा किया जाएगा। इधर, लविश का कहना है कि ईडी उन्हें गलत तरीके से फंसाने का प्रयास कर रही है। क्यूएफएक्स कंपनी के तीन डायरेक्टर थे, जिनकी मैंने मदद की थी। क्यूएफएक्स से मेरा कोई लेना देना नहीं है। यह राजेंद्र सूद का मामला है।
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