चंद्रकांत/बक्सर: जिले के बोक्सा पंचायत में 31 मार्च 2025 को जन सुराज विस्तार कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में 550 से अधिक लोगों की भागीदारी रही, जो इस अभियान के बढ़ते प्रभाव और लोगों के बढ़ते समर्थन को दर्शाता है इस आयोजन का उद्देश्य जन सुराज के विचार और 5 संकल्पों को आम जनता तक पहुंचाना और संगठन को गांव स्तर पर और अधिक मजबूत करना था.
‘बिहार के सुनहरे भविष्य की नींव’
इस कार्यक्रम में कई महत्वपूर्ण व्यक्तित्वों ने अपने विचार व्यक्त किए. मुख्य वक्ता तथागत हर्ष वर्धन ने बिहार में बदलाव की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि आज बिहार को एक नई दिशा देने के लिए मजबूत नीति और दृढ़ इच्छाशक्ति की आवश्यकता है. उन्होंने जन सुराज को केवल एक आंदोलन नहीं, बल्कि बिहार के सुनहरे भविष्य की नींव बताया.
‘महिलाओं की भागीदारी आवश्यक’
अरुण कुशवाहा (पूर्व मुखिया) ने ग्राम स्तर पर जन सुराज के विस्तार पर बल देते हुए कहा कि यह आंदोलन गांव, गरीब और वंचितों की आवाज को सशक्त करने का माध्यम बनेगा. उन्होंने कहा कि जब तक गांवों का विकास नहीं होगा, तब तक बिहार प्रगति नहीं कर सकता. जिला महिला अध्यक्ष अंशु श्रीवास्तव ने महिलाओं की भागीदारी को आवश्यक बताते हुए कहा कि बिहार की महिलाएं जब एकजुट होंगी, तो बदलाव निश्चित रूप से आएगा. महिला सशक्तिकरण के बिना किसी भी राज्य की उन्नति संभव नहीं है. इसी प्रकार प्रदेश कर समिति सदस्य बजरंगी मिश्रा और राज्य कार्य समिति सदस्य धनजी पांडेय ने भी अपने विचार रखते हुए जन सुराज के महत्व को रेखांकित किया.
संगठन को सशक्त बनाने का संकल्प
इस कार्यक्रम के दौरान 175 नए लोगों ने जन सुराज की सदस्यता ली, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि इस आंदोलन के प्रति लोगों में जागरूकता और समर्थन तेजी से बढ़ रहा है. उपस्थित जनसमुदाय में इस अभियान को लेकर जोश और विश्वास देखा गया. कार्यक्रम में 550 से अधिक लोगों की भागीदारी ने जन सुराज की बढ़ती स्वीकार्यता को सिद्ध किया. 175 नए सदस्यों के जुड़ने से संगठन को और अधिक मजबूती मिली. इस दौरान जन सुराज के 5 संकल्पों की जानकारी देकर लोगों को जागरूक किया गया और गांव स्तर पर संगठन को सशक्त बनाने का संकल्प लिया गया.
‘बिहार के विकास की नई राह खुलेगी’
इस सफल आयोजन के बाद जन सुराज अभियान को और अधिक गति देने की योजना बनाई गई है. कार्यक्रम के आयोजकों, अरुण कुशवाहा (पूर्व मुखिया) और करुणानिधि दुबे (बक्सर संगठन सचिव) ने बताया कि आने वाले समय में और भी पंचायतों में ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इस आंदोलन से जुड़ सकें. कार्यक्रम के समापन पर वक्ताओं ने बिहार में बदलाव की आवश्यकता पर जोर दिया और कहा कि जन सुराज केवल एक राजनीतिक आंदोलन नहीं, बल्कि सामाजिक परिवर्तन का एक बड़ा माध्यम है. इस कार्यक्रम ने जनता को जागरूक किया और यह स्पष्ट संकेत मिला कि बिहार अब बदलाव के लिए तैयार है. आगामी दिनों में जन सुराज का अभियान और तेज होगा, जिससे बिहार के विकास की नई राह खुलेगी.
ये भी पढ़ें- Bihar News: सड़क पर चलती नई बाइक में लगी आग, युवक ने कूदकर बचाई जान
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें