रायपुर। बहन-भाई के रिश्ते और रक्षाबंधन को कलंकित करने वाले सीआरपीएफ जवानों द्वारा छात्राओं के साथ छेड़-छाड़ किए जाने की घटना की वनमंत्री महेश गागड़ा ने निंदा की है। गागड़ा ने कहा कि ऐसी घटनाएं नहीं होना चाहिए, हमने डीजीपी और सीआरपीएफ के अधिकारियों से बात की है। घटना की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जवानों पर इस तरह के आरोप लगना सही नहीं है।
क्या था मामला
मामला दंतेवाड़ा जिला के ग्राम पालनार का है, यहां स्थित 500 सीटर कन्या छात्रावास में प्रशासन द्वारा अपनी पीठ थपथपाने के उद्देश्य से सीआरपीएफ जवानों को राखी बांधने का कार्यक्रम रखवाया गया। 31 जुलाई को यह कार्यक्रम रखा गया। इसके लिए तकरीबन 100 जवानों को गर्ल्स हॉस्टल ले जाया गया। जहां मौजूद 500 छात्राओं को इन जवानों को राखी बांधने कहा गया।
छात्राएं जवानों को राखी बांध रही थीं। इसी दौरान कुछ छात्राएं वाशरूम चली गई, छात्राओं को टायलेट की ओर जाते देख कुछ जवान भी उनके पीछे-पीछे चल दिए। और बदनीयती से छात्राओं के साथ छेड़-छाड़ करने लगे। छात्राओं ने इसका विरोध भी किया जिसके बाद हवश की आग में अंधे हो चुके जवानों ने उन्हें धमकाया और तलाशी के नाम पर उनके साथ मनमानी करते रहे।
इधर बाहर जवान लड़कियों के साथ मनमानी कर रहे थे वहीं कुछ जवान जबरदस्ती टायलेट के अंदर भी घुस गए और वहां भी उन्होंने अंदर मौजूद छात्रा के साथ मनमानी किया। वहशी जवान अपनी मनमानी करने के बाद वहां से चले गए। बाद में लड़कियों ने वार्डन को इस पूरी घटना की जानकारी दी।
वार्डन ने घटना की जानकारी अपने वरिष्ठ अधिकारियों को दी। दूसरे दिन एसपी, कलेक्टर ने वार्डन और लड़कियों को सीआरपीएफ कैम्प बुलाया, दो लड़कियों के साथ वार्डन कैम्प पहुंची लेकिन आरोप है कि वहां दोनों अधिकारियों ने लड़कियों और वार्डन को इस बात की जानकारी किसी को देने से मना किया और उन्हें धमकी भी दी।
जवानों के ऊपर लगते रहे हैं आरोप
फिलहाल इस मामले में पुलिस ने अज्ञात जवानों के नाम पर छेड़-छाड़ की ही एफआईआर दर्ज किया है। लेकिन यह पहला मामला नहीं है जब जवानों के ऊपर इस तरह के आरोप लगे हैं। इसके पहले भी जवानों के ऊपर आदिवासी महिलाओं के साथ रेप और गैंग रेप के आरोप लगते रहे हैं। यहां तक कि कई बार रेप के बाद हत्या तक के आरोप लगे हैं। ऐसे ही मामलों में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग संज्ञान ले चुका है और राज्य के गृहसचिव से जवाब तलब भी किया गया था।