
शिवा यादव, सुकमा। कोरोनो की इस लड़ाई में हर कोई अपने तरीके से लड़ रहा हैं. जिसमें सीआरपीएफ 223 ने घोर नक्सल प्रभावित गांव जगरगुण्ड़ा में सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया. जिसमें ग्रामीणों को मास्क, सेनेटाईजर, दवायुक्त साबुन का वितरण किया गया. साथ ही गांव के हॉस्पिटल गली मोहल्लों में सेनेटाईज किया गया. साथ ही कमांडेंट रघुवंश कुमार के द्वारा सोशल डिस्टेंस को लेकर विस्तृत जानकारी ग्रामीणों को दी गई.
जगरगुण्ड़ा गांव जो कि घोर नक्सल प्रभावित है. वहां पर जानकारी का अभाव है. सुविधाओं का भी अभाव है, और बड़ी संख्या में तेलंगाना व आंध्र से मजदूरी कर लौट रहे ग्रामीणों की भी विशेष ध्यान देते हुए ग्रामीणों को जागरूक करना बेहद जरूरी है. ऐसे में सीआरपीएफ 223 बटालियन के द्वारा वहां पर सिविक एक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें तारलागुड़ा, आश्रमपारा, सुरपनगुड़ा से करीब तीन सौ ग्रामीण शामिल हुए. जिसमें सबसे पहले सीआरपीएफ 223 वाहिनी के कमांडेंट रघुवंश कुमार ने ग्रामीणों को कोरोनो को लेकर जागरूक किया गया. कोरोनो बीमारी के लक्षण और बचाव के साथ-साथ सोशल डिस्टेंस के बारे में जानकारी दी गई. और बाहर काम कर रहे लोगो की जानकारी देने को कहा इसके अलावा ग्रामीणों को मास्क, दवायुक्त साबुन, सेनेटाईजर का वितरण किया गया. वहीं बाद में गांव के विभिन्न स्थानों को जवानों ने सेनेटाईज किया। इस दौरान त्रिलोकनाथ, प्रफुल चन्द्र, शशांक शेखर, अशोक कुमार यादव मौजूद थे.
कमाडेंट रघुवंश कुमार ने कहा कि कोविड-19 महामारी बड़ी तेजी से फैल रहा है. यह सन्तोषजनक है कि सुकमा ग्रीन जोन में है और इसे हम सभी को मिलकर सुरक्षित रखना है, ताकि सुकमा जिले का हर गांव सुरक्षित रहे, इसके लिए जागरूकता जरूरी खासकर अंदुरुनी गांव जहां जागरूकता के संसाधनों की कमी है. सोशल डिस्टेन्स की जागरूकता, सैनिटाइजर का उपयोग साबुन से हाथ धोना जैसी तमाम जानकारी ग्रामीणों से साझा की गई.
बाहर से पहुंचने वाले ग्रामीणों की जानकारी तत्काल देने को कहा गया. किसी भी मुश्किल हालत में सीआरपीएफ 223 वाहिनी आपकी मदद को तैयार है. और हम कोशिश करेंगे कि आपको समय-समय पर जागरूक करते रहे और इस कोरोना जैसी महामारी पर सभी जीत हासिल करें.