दिल्ली. अमृतसर में एक ट्रेन के शौचालय से नीचे बहाया गया एक नवजात शिशु चमत्कारिक रूप से जीवित बच गया। नवजात ट्रेन की सफाई के दौरान सफाईकर्मियों को बरामद मिला। बच्चे का रविवार से अमृतसर सिविल अस्पताल में इलाज चल रहा है। सफाईकर्मियों को नवजात शिशु अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से शनिवार दोपहर में मिला। यह ट्रेन सफाई के लिए खड़ी थी।

ऐसा लग रहा था कि नवजात सिर्फ एक दिन का है, उसे जाहिर तौर पर छोड़ दिया गया और ट्रेन के शौचालय में बहा दिया गया। गर्वमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) व पंजाब के अमृतसर के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन के सीसीटीवी फुटेज की जांच हो रही है ताकि यह पता चल सके कि इसके पीछे कौन है।

सफाईकर्मियों ने जीआरपी से कहा कि नवजात के गले में एक दुपट्टा लिपटा मिला, जिससे यह संदेह पैदा हो रहा है कि शौचालय में इसे बहाने से पहले इसे गला घोंटकर मारने की कोशिश की गई। अमृतसर चिकित्सालय के एक चिकित्सक ने रविवार को कहा कि नंगे बदन पाया गया बच्चा खतरे से बाहर है।

पुलिस अधिकारियों व चिकित्सकों ने कहा कि नवजात भाग्यशाली है कि फेंके जाने के बाद भी बच गया। मामले में जीआरपी ने भारतीय दंड संहिता की धारा 317 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज कर लिया है।