मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने सभी भवन निर्माण कार्यों में ग्रीन बिल्डिंग, सोलर पावर और रेन वाटर हार्वेस्टिंग के नियमों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने स्कूल, कॉलेज और अन्य भवनों के निर्माण में उत्तराखण्ड की स्थानीय वास्तु शैली के उपयोग के निर्देश दिए हैं.

दरअसल, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने मंगलवार को सचिवालय में आयोजित ईएफसी (व्यय वित्त समिति) में पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर में 1044.94 लाख रुपये लागत के कौड़िया किमसार वन मोटर मार्ग के सृदृढ़ीकरण कार्यों, जी बी पंत इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एण्ड टेक्नोलाॅजी, घुड़दौड़ी, पौड़ी के निकट 1516.13 लाख की बिल्केदार पम्पिंग पेयजल योजना के पुनर्गठन, 1617.03 लाख के लागत वाले राजकीय पालिटेक्निक, सल्ट के भवन निर्माण कार्य का अनुमोदन दिया.

इसे भी पढ़ें : प्रदेश में वन्य जीवों के हमलों को लेकर बनने जा रहा कानून! सीएम ने कही ये बात

मुख्य सचिव ने नाबार्ड की आरआईडीएफ योजना के तहत 1061.17 लाख का राजकीय पॉलिटेक्निक, लोहाघाट और 1234.59 लाख की लागत के राजकीय पॉलिटेक्निक, दन्या के निर्माण, देहरादून में 1171.56 लाख की लागत के न्यू कैंट मोटर मार्ग के 1 किमी 0.375 चैनेज से 1.625 चैनेज (सालावाला पुल से विजय काॅलोनी पुल) तक मार्ग को दो लेन से 10.50 मी0 चैड़ाई में अपग्रेड करने की योजनाओं को अनुमोदन दिया.

इसके साथ ही आज की ईएफसी में भराड़ीसैंण में पशुपालन विभाग के तहत भराणीसैंण फार्म विकसित करने और निकटस्थ गांवों में डेयरी आधारित अर्थव्यवस्था के साथ गाय आधारित पर्यटन विकास की 3003.05 लाख की महत्वपूर्ण योजना पर भी चर्चा की गई. योजना पर विस्तृत चर्चा के लिए उच्च स्तरीय बैठक आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं.

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H