शेयर बाजार में एक समय अपनी रफ्तार से निवेशकों को लुभाने वाला CSB Bank Ltd अब लगातार तीसरे दिन फिसलन भरे रास्ते पर है. गुरुवार, 14 अगस्त को शुरुआती कारोबार में ही स्टॉक करीब 8% गिरकर ₹360 के आस-पास आ पहुंचा. पिछले तीन ट्रेडिंग सेशंस में लगभग 20% की गिरावट ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी है. यह वही शेयर है जिसने हाल ही में ₹445.6 का 52-हफ्ते का उच्च स्तर छुआ था.

गिरावट की असली वजह

  • ताजा तिमाही नतीजों में बैंक ने नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) और नेट प्रॉफिट में मामूली बढ़त दर्ज की, लेकिन निवेशकों की उम्मीदें कहीं अधिक थीं.
  • मार्जिन में गिरावट – साल-दर-साल आधार पर 82 बेसिस पॉइंट की कमी, जो बैंकिंग सेक्टर में प्रतिस्पर्धी दबाव को दर्शाती है.
  • एसेट क्वालिटी कमजोर – खराब ऋणों (NPAs) में बढ़ोतरी, जिससे निवेशकों का भरोसा डगमगाया.

प्रबंधन की राय

CSB Bank के MD और CEO प्रलय मंडल ने CNBC-TV18 से बातचीत में कहा कि मौजूदा तिमाही मार्जिन के लिहाज से “बॉटम” हो सकती है, और पूरे वित्त वर्ष में यह 3.5% से 4% के बीच रहने की उम्मीद है. उन्होंने माना कि साल के अंत में हाई-कॉस्ट डिपॉजिट जुटाने से मार्जिन पर दबाव बढ़ा, लेकिन क्रेडिट ग्रोथ इंडस्ट्री एवरेज से दोगुनी रहने की संभावना है.

ब्रोकरेज का मूड बदला

  • डोलाट कैपिटल ने रेटिंग “Buy” से घटाकर “Reduce” कर दी और प्राइस टारगेट ₹450 से घटाकर ₹390 तय किया.
  • मौजूदा कीमत ₹360, यानी टारगेट से भी नीचे ट्रेड कर रही है, जिससे निवेशक फिलहाल सतर्क हो गए हैं.

गिरावट में बढ़ा वॉल्यूम

तीन दिनों की गिरावट में ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी उछाल रहा.

  • मंगलवार: 6% गिरावट, 9.1 लाख शेयरों का कारोबार
  • बुधवार: 16 लाख शेयरों की खरीद-फरोख्त
  • गुरुवार: शुरुआती घंटों में ही 9 लाख से ज्यादा शेयर हाथ बदले
  • यह बढ़ता वॉल्यूम संकेत देता है कि निवेशकों के बीच बेचैनी चरम पर है.

आगे की तस्वीर

भले ही शॉर्ट टर्म में दबाव बना हुआ है, लेकिन बैंकिंग इंडस्ट्री में मजबूत पकड़ और मैनेजमेंट की लॉन्गटर्म ग्रोथ पर उम्मीदें इसे निवेशकों के वॉचलिस्ट में बनाए रखती हैं. सवाल यही है, क्या यह गिरावट सिर्फ अस्थायी है, या किसी बड़े ट्रेंड का संकेत?