रायपुर। राजधानी रायपुर के सरस्वती नगर क्षेत्र के डंगनिया स्थित सीएसईबी के प्रशासनिक भवन में लगी आग पर जांच समिति की रिपोर्ट आ गई है. इस भीषण आग में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जल गए थे. जांच में कहा गया है कि निरीक्षण से पहली नजर में यह प्रतीत होता है कि आग लगने का मुख्य कारण ए.सी.डक्ट के आसपास स्थित पावर सप्लाई में शार्ट सर्किट होना हो सकता है. घटना स्थल पर किसी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ नहीं पाया गया. साथ ही किसी अनाधिकृत व्यक्ति के प्रवेश पाने के प्रमाण नहीं मिले है. लेकिन इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि विद्युत कंपनियों के मुख्यालय में अग्निशमन की घटना को रोकने के विभागीय फायर फाइटिंग स्टॉफ उपलब्ध नहीं है.

समिति ने जांच में यह भी पाया है कि आगजनी की घटना पर काबू पाने के लिये अग्निशमन यंत्रों का उपयोग तो किया गया और भीषण आग को देखते हुए दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पाया. समिति द्वारा समस्त संबंधितों से ट्रेडिंग कंपनी के सभाकक्ष में रखे विभागीय दस्तावेज, उपकरणों इत्यादि की जानकारी ली गई है. समिति ने कहा कि विद्युत कंपनियों के मुख्यालय में अग्निशमन की घटना को रोकने के विभागीय फायर फाइटिंग टॉफ उपलब्ध नहीं है. समिति द्वारा इस दुर्घटना की सूक्ष्म जांच कर विस्तृत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया जाएगा.

छत्तीसगढ़ इलेक्ट्रिकसिटी बोर्ड (सीएसईबी) के प्रशासनिक भवन के द्वितीय तल में स्थित ट्रेडिंग कंपनी के गलियारे में 14-15 नवंबर की रात आगजनी की घटना हुई थी. इस दुर्घटना की जांच के लिए आदेश कमांक 01-06/ समिति/3850 के तहत उसी दिन चार सदस्यीय समिति का गठन किया गया, जिसके सदस्य एके.सत्संगी, अति.महाप्रबंधक (मा.स.), जी के राठी, अति.महाप्रबंधक (वित्त), विनोद ग्रोवर, उप महाप्रबंधक (मा.स.), ए के गौराहा, अधीक्षण अभियंता(संचा/संधा) शामिल थे.

समिति के गठन के बाद घटना स्थल पर आवाजाही रोकने के निर्देश दिए गए. साथ ही सुरक्षा कर्मियों को तैनात किया गया. समिति ने 18 नवंबर को घटना स्थल का निरीक्षण किया. जिसमें पाया कि 13 एवं 14 नवंबर को मध्य रात्रि को हुई आगजनी की घटना में प्रबंध निदेशक, ट्रेडिंग कंपनी का सभाकक्ष प्रभावित हुआ है. अन्य कक्षों में से काला धुंआ निकल रहा था. आग से कोई क्षति नहीं हुई है.

स्थल निरीक्षण के दौरान समिति द्वारा दुर्घटना की रात्रि में सेवा भवन में पदस्थ सुरक्षाकर्मियों से दुर्घटना की जानकारी प्राप्त की गई. घटना स्थल पर स्थित सुरक्षाकर्मी ने रात 11.45 बजे सभाकक्ष से धुंआ निकलता देखा. इसके बाद तुरंत घटना की जानकारी सुरक्षा अधिकारियों और वरिष्ठ अधिकारियों को दी.