अजय सूर्यवंशी, जशपुर। नदियों को बचाने का आभियान के तहत बांकी नदी को पुनर्जीवित करने कलेक्टर, एसपी और नन्हे बच्चों ने महीने भर श्रमदान कर घाट का निर्माण किया था. आज शाम गंगा आरती की तरह भव्य आरती का आयोजन किया गया था, इसके पहले असमाजिक तत्वों ने कच्चे बांध को क्षतिग्रस्त कर नदी का पानी बहा कर बर्बाद कर दिया.

जल संरक्षण के कार्य में जुटे लोगों ने इस मामले में पुलिस थाने में रिपोर्ट तो दर्ज करा दी है, लेकिन सभी लोग फिर से जल संरक्षण का काम में जुट गए हैं. बांकी नदी पर बीते एक महीने से नियमित जल संरक्षण का कार्य में जुटी महिला मधु मिश्रा का कहना था कि असमाजिक तत्वों ने कच्चा बांध को भले तोड़ दिया है, लेकिन पानी संरक्षण के लिए वे पहले से अधिक उत्साह के साथ काम करती रहेंगी.

नदी बचाओ अभियान के सदस्यों का कहना था कि बांकी नदी का बांध क्षतिग्रस्त कर देने के बाद भी उनका आज शाम को गंगा आरती का आयोजन पहले से अधिक उत्साह के साथ पूरा होगा. पानी का महत्व को समझने के बाद नन्हे बच्चों ने अपने खिलौनों के लिए गुल्लक में जमा की गई राशि को कलेक्टर के पास जाकर उन्हें सौंप दिया था. इसके साथ महिला और बुजुर्गों ने भी भरपूर श्रमदान कर बांकी नदी को पुनः अपने बड़े स्वरूप में लौटा दिया है.