रायपुर. मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य के सभी संभागायुक्तों और कलेक्टरों की बैठक लेकर राज्य में धान खरीदी, एफसीआई में चावल जमा करने के लक्ष्य और प्रगति, मिलिंग क्षमता और वास्तविक मिलिंग, खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव, बारदाने की उपलब्धता, खरीदी केन्द्रों में धान की सुरक्षा के उपायों की गहन समीक्षा की. उन्होंने कलेक्टरों को मिलर्स की मिलिंग क्षमता का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.

 मुख्य सचिव ने जिलों के लिए निर्धारित लक्ष्य के अनुसार एफसीआई में चावल जमा कराने के निर्देश दिए है. उन्होंने उठाव के बाद भी चावल जमा नहीं करने वाले मिलरों के विरूद्ध कार्यवाही करने कहा है. इसके लिए मिलरों द्वारा समितियों से किए जा रहे धान के उठाव, मिलिंग के बाद जमा किए जा रहे चावल और मिलों में शेष स्टाक का भौतिक सत्यापन कराने के निर्देश दिए है. कस्टम मिलिंग के लिए अनुबंधित मिलों की मिलिंग क्षमता का अधिकतम उपयोग करने और निर्धारित मात्रा में एफसीआई और नॉन में चावल जमा कराने कहा गया है. जैन ने कहा है कि सभी जिलों में पर्याप्त रूप से बारदाने उपलब्ध है. आवश्यकता होने पर और बारदाने उपलब्ध कराए जाएंगे. उन्होंने धान खरीदी के पश्चात समितियों में धान जाम न हो, इसके लिए उठाव में तेजी लाने कहा है.

धान विक्रय पश्चात किसानों के रकबा समर्पण की प्रक्रिया में तेजी लाने कहा गया है. उन्होंने सीमावर्ती जिलों में धान के अवैध परिवहन और विक्रय पर निगरानी रखने और इस काम में लिप्त पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए है। मौसम विभाग द्वारा आगामी दिनों में बारिश की चेतावनी के चलते उन्होंने सभी कलेक्टरों से स्पष्ट रूप से कहा है कि खरीदी केन्द्रों में रखे धान की सुरक्षा पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाए. उन्होंने धान खरीदी से जुड़े हुए तथ्यों एवं जानकारियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने कहा है.

बैठक में अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, प्रमुख सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. आलोक शुक्ला, सचिव खाद्य टोपेश्वर वर्मा, सचिव राजस्व एन.एन. एक्का, मिशन संचालक सुश्री प्रियंका शुक्ला, प्रबंध संचालक राज्य नागरिक आपूर्ति निगम निरंजनदास, प्रबंध संचालक मार्कफेड सुश्री किरण कौशल, पंजीयक सहकारिता हिमशिखर गुप्ता, विशेष सचिव खाद्य विभाग मनोज सोनी उपस्थित थे.