दिल्ली-एनसीआर में एक बार फिर प्याज के दाम लोगों को रुलाने लगे हैं. प्याज की कीमत बढ़ने से लोग परेशान दिखाई दे रहे हैं. पिछले हफ्ते जहां प्याज 35-40 रुपए प्रतिकिलो की दर से मिल रहा था. वहीं अब इसकी कीमत 70-80 रुपए किलो हो गई है. प्याज की औसत और खुदरा कीमतों में 57 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. प्याज की बढ़ती कीमतों पर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. सरकार ने शुक्रवार को 25 रुपए प्रति किलो की रियायती दर पर बफर स्टॉक से प्याज की बिक्री बढ़ाने का फैसला किया है.

प्याज की बढ़ी कीमतों पर, गाजीपुर सब्जी मंडी के एक प्याज व्यापारी ने कहा, ‘प्याज की आमद कम है, जिसके कारण कीमतें बढ़ गई हैं. आज दरें 350 रुपये (प्रति 5 किलोग्राम) हैं. कल, यह 300 रुपये थी. इससे पहले यह 200 रुपये थी. एक सप्ताह पहले दरें 200 रुपये, 160 रुपये या 250 रुपये आदि थीं. पिछले हफ्ते से कीमते बढ़ गई हैं. आपूर्ति में कमी के कारण दरें बढ़ी हैं.’

गाजीपुर मंडी में प्याज की कीमतें बढ़ने पर सब्जी खरीदने आए एक शख्स ने कहा, ‘हम यहां प्याज खरीदने आए हैं. नवरात्रि से पहले प्याज की दरें 50 रुपये थीं, अब 70 रुपये प्रति किलो हैं. हमारी खरीद 70 रुपये प्रति किलो है और हम इसे 80 रुपये किलो बेचेंगे. पहले ये 30-40 रुपये प्रति किलो था.न अगर ऐसा ही चलता रहा तो रेट 100 रुपये किलो तक पहुंच जाएंगे. प्याज के रेट सबसे ज्यादा बढ़े हैं. टमाटर के दाम भी बढ़ गए हैं. पहले टमाटर 20 रुपये किलो थे, अब 40-45 रुपये किलो हैं. अगर ऐसा ही चलता रहा तो टमाटर भी 70 रुपये किलो तक पहुंच जाएगा.’

केंद्र ने ‘बफर स्टॉक’ से बढ़ाई बिक्री

प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 57 प्रतिशत बढ़कर 47 रुपये प्रति किलोग्राम होने के बाद केंद्र ने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खुदरा बाजारों में 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर ‘बफर स्टॉक’ से प्याज की बिक्री बढ़ाने का शुक्रवार को फैसला किया. उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत शुक्रवार को बढ़कर 47 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई, जो एक साल पहले समान अवधि में 30 रुपये प्रति किलोग्राम थी.