नई दिल्ली. कांग्रेस ने स्पष्ट रूप से इस बात से इनकार किया है कि गांधी परिवार – सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा – अपने शीर्ष निर्णय लेने वाले निकाय कांग्रेस कार्य समिति या सीडब्ल्यूसी की रविवार को होने वाली बैठक में इस्तीफा देने जा रहे हैं. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने शनिवार शाम कहा, “कथित इस्तीफे की खबर अज्ञात स्रोतों पर आधारित है और पूरी तरह से अनुचित एवं गलत है.”
दरअसल, हालिया विधानसभा चुनावों में करारी शिकस्त का सामना करने के बाद कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक रविवार को होगी जिसमें हार के कारणों की समीक्षा और आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी.
पांचों राज्य में कांग्रेस का हार का सामना करना पड़ा
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार शाम चार बजे सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है. कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई सीडब्ल्यूसी की बैठक ऐसे समय होने जा रही है जब कांग्रेस ने पंजाब में सत्ता गंवा दी और उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भी उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है.
11 मार्च को पार्टी के ‘जी 23’ नेताओं ने की थी बैठक
इन विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने भी शुक्रवार को बैठक की जिसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गई. राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हुई इस बैठक में कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा और मनीष तिवारी शामिल हुए.
CWC मीटिंग में उठ सकता है संगठन में जरूरी बदलाव का मुद्दा
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस कार्य समिति में शामिल ‘जी 23′ के नेता सीडब्ल्यूसी की बैठक में चुनावी हार का मुद्दा और पार्टी संगठन में जरूरी बदलाव और जवाबदेही सुनिश्चित करने की अपनी पुरानी मांग उठा सकते हैं। ‘जी 23’ समूह प्रमुख सदस्य गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस कार्य समिति में शामिल हैं.
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह में शामिल नेताओं ने अगस्त, 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में आमूल-चूल परिवर्तन की मांग की थी. इस समूह के दो नेता जितिन प्रसाद और योगानंद शास्त्री अब कांग्रेस छोड़ चुके हैं.