दीपक कुमार सिंह/बांका: जिले के अमरपुर के खेमिचक मोहल्ला में एक दर्जन महादलित परिवार साइबर ठगी का शिकार हुए हैं. 4 दिन पहले की इस घटना में सभी पीड़ितों ने बीती रात अमरपुर थाना में आवेदन दिया. पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है. ठगी की रकम करीब 30 लाख रुपये बताई जा रही है. सभी पीड़ित महिलाएं हैं. इनके खिलाफ अलग-अलग राज्यों में केस दर्ज हुआ है.

खाते में आएंगे 2 लाख रुपये 

पीड़ित महिलाओं ने बताया कि खरदोरी निवासी दिवेश कुमार मंडल ने खुद को सरकारी योजना से जुड़ा बताया. उसने कहा कि सरकार महादलित परिवारों को 2 लाख रुपये का लोन दे रही है. एक लाख रुपये माफ हो जाएगा. इस झांसे में आकर करीब एक दर्जन महिलाओं ने अपना आधार कार्ड और जरूरी कागजात उसे दे दिए. सभी ने केनरा बैंक, यूको बैंक और पंजाब नेशनल बैंक में जाकर खाता खुलवाया. खाता खुलवाने के बाद एटीएम, पासबुक और मोबाइल नंबर वाला सिम भी युवक ने अपने पास रख लिया. उसने कहा कि एक सप्ताह में खाते में 2 लाख रुपये आएंगे, फिर सभी कागजात लौटा देगा.

फर्जी तरीके से आ रहा है पैसा 

महिलाएं एक सप्ताह तक इंतजार करती रहीं, जब युवक से संपर्क नहीं हुआ, तो उसे फोन किया गया, लेकिन उसने कॉल उठाना बंद कर दिया. महिलाओं के पास उसका पता था, जब उसे ढूंढा गया, तो वह कभी भागलपुर तो कभी पटना में होने की बात कहता रहा. इसी बीच केनरा बैंक के मैनेजर और कर्मचारी महिलाओं के घर पहुंचे. उन्होंने बताया कि उनके खाते में फर्जी तरीके से पैसा आ रहा है. खाते होल्ड कर दिए गए हैं.

साइबर ठगों के लिए करता था काम 

घटना की जानकारी मिलने पर महिलाओं ने युवक के घर का घेराव किया और थाने में आवेदन दिया. पीड़ितों ने बताया कि बैंक से पता चला कि अलग-अलग जगहों से साइबर ठगी कर उनके खातों में पैसा डाला गया. फिर वह पैसा निकाला गया और बांट दिया गया. गुप्त सूचना के अनुसार युवक साइबर ठगों के लिए काम करता था. उसका काम भोली-भाली महिलाओं के खाते खुलवाकर उन्हें दूर के जिलों में ट्रांसफर करना और वहां से मोटी रकम निकालना था. वहीं, अमरपुर थाना अध्यक्ष पंकज कुमार झा को जानकारी मिलते ही युवक को हिरासत में लिया गया. पूछताछ में उसने कई साथियों के नाम बताए हैं. केस दर्ज कर जांच जारी है.

अलग-अलग थानों में कराई एफआईआर दर्ज 

पीड़ितों के खातों से निकाली गई रकम इस प्रकार है- मधु देवी के खाते से 3 लाख 67 हजार, लक्ष्मी कुमारी से 1 लाख 49 हजार, लाखों कुमारी से करीब डेढ़ लाख, राजू दास से 2 लाख 15 हजार 820 रुपये, सोनी देवी से 60 हजार 953 रुपये, पूनम देवी से 1 लाख 7 हजार 532 रुपये, राहुल कुमार दास से 1 लाख 72 हजार, बबली देवी से 2 लाख 95 हजार, गुलशन कुमार से 2 लाख, बबीता देवी से 39 हजार, स्वाति कुमारी से 1 हजार 660 रुपये निकाले गए. अनोदा देवी के खाते में 8 हजार 100 रुपये जमा हैं. इन सभी खातों में साइबर फ्रॉड के जरिए पैसा आया और निकासी भी हो गई, जिनके पैसे गायब हुए, उन्होंने अलग-अलग थानों में एफआईआर दर्ज कराई है.

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