कुमार इंदर, जबलपुर। मध्य प्रदेश के जबलपुर में साइबर ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां पुलवामा अटैक में फंडिंग का डर दिखाकर बुजुर्ग दंपत्ति से साइबर ठगी की कोशिश की गई। इस दौरान जालसाज का सामना ASP से हो गई, जिन्हें देखते ही उसकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो गई और उसने तत्काल फोन काट दिया। 

पुलवामा अटैक में 70 करोड़ की टेरर फंडिंग के नाम पर डराया

दरअसल, साइबर ठगों ने घमापुर थाना इलाके के बाई का बगीचा निवासी दंपत्ति से ठगी की कोशिश की गई। रिटायर्ड शिक्षिका और उनके पति को 6 दिसंबर को साइबर ठगों ने कॉल किया, जिसमें उसने खुद को ATS का अधिकारी बताया। उसने कहा कि उनके खाते से पुलवामा अटैक के दौरान 70 करोड़ रुपए की टेरर फंडिंग की गई है। 3 दिनों तक उन्हें डिजिटल अरेस्ट कर 70 लाख रुपए अपने खाते में ट्रांसफर करने के लिए कहा। 

ठग से बोले ASP- हम तुम्हारे पिताजी हैं

पीड़ित महिला जालसाजों के खाते में पैसे ट्रांसफर करने बैंक जा रही थी। इस दौरान महिला ने अपने परिचित वकील अनिल मिश्रा को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद उन्होंने ASP जितेंद्र सिंह को फोन कर पूरी बात बताई। जिसके बाद ASP उनके घर पहुंचे और ठगों से फोन पर बात की। इस दौरान जालसाज ने उनसे पूछा कि तुम कौन हो ? इस पर ASP की ओर से उसे जवाब मिला- हम तुम्हारे पिताजी हैं।

पुलिस की तत्परता से ठगी से बचे दंपति

मौके पर पहुंची पुलिस को देखते ही ठगों ने वीडियो कॉल काट दिया। पुलिस की इस तत्परता और परिचित वकील की सूझबूझ से ठगी का शिकार होने से दंपत्ति बच गए।  

ठगों के निर्देश पर ही काम करते थे पीड़ित

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित महिला हमारे पास आई थी और वह बुरी तरह कांप रही थी। वे इतना डर गए थे कि ठग उन्हें जो परदे लगाने के लिए कहते थे, वे उसी को लगाते थे। जिस समय खाना खाने कहते थे, उसी समय खाते थे। महिला और पति सुरक्षित हैं।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H