दिल्ली. गाजा चक्रवात अब दक्षिण-पश्चिम तटों को पार करते हुए तमिलनाडु व पुडुचेरी के तटों से आगे बढ़ रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक अब तूफान पश्चिम की ओर बढ़ेगा. मौसम विभाग के अनुसार अगले छह घंटों में इसके कमजोर पड़ने की संभावना है.
गाजा की वजह से तमिलनाडु के नागापट्टिनम जिले में भूस्खलन शुरू हो गया है. राज्य में हाई अलर्ट पहले ही जारी कर दिया गया है. अब गाजा चक्रवात जमीन की ओर आने लगा है. समुद्र से जमीन तक आने में इसे करीब एक घंटा लगेगा. मौसम विभाग के मुताबिक जब चक्रवात जमीन पर पहुंचेगा तब वायु की तीव्रता कम रहेगी जो धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी.
चक्रवाती तूफान गाजा के अब शुक्रवार सुबह तक पंबन और कड्डालोर के बीच तमिलनाडु के तट को पार करने की संभावना है. आक्रामक रुख ले चुका चक्रवात 90 से 100 किलोमीटर प्रतिघंटे के प्रचंड वेग के साथ आगे बढ़ रहा है. तूफान के चलते कई जिलों में शैक्षणिक संस्थानों में छुट्टी घोषित कर दी गई है.
सरकार ने निजी कंपनियों को सलाह दी है कि वह अपने कर्मचारियों को जल्दी छुट्टी दे दें ताकि वह अपने घरों तक जल्दी पहुंच सकें. राज्य सरकार ने कहा है कि करीब एक लाख लोगों को उस इलाके से हटा कर कड्डालोर और नागापट्टनम सहित छह जिलों के 331 राहत केंद्रों पर रखा गया है. राज्य के संवेदनशील जिलों में सरकारी तंत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया है. तमिलनाडु के तटीय इलाकों में बारिश शुरू हो गई है.
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि तटरक्षक बल ने बचाव और जानमाल के नुकसान को रोकने के लिए पूरी तैयारी कर ली है. तटरक्षक बल के आठ पोत और दो डोर्नियर विमान 9 नवंबर से ही मुस्तैद हैं. इसके साथ ही स्थानीय भाषाओं में एडवाइजरी और चेतावनी जारी की गई है.
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के मत्स्य अधिकारियों से मछली पकड़ने की सभी नौकाओं की गिनती करने को कहा गया है. मंत्रालय ने कहा है कि हाल में ओखी, लुबान और तितली चक्रवात से जानमाल के नुकसान को रोकने में मिली सफलता और उससे मिले सबक के तौर पर तटरक्षकों द्वारा ये सभी उपाय किए गए हैं.