डी.आर.आई. की जोनल यूनिट लुधियाना द्वारा एक बड़ी कार्रवाई करते हुए विदेश से लगातार तीन सोने की तस्करी के प्रयासों को विफल किया, जिसमें 4 किलोग्राम से अधिक सोना, जिसकी कीमत 3 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है।

पंजाब के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों का उपयोग करके सोने की तस्करी के खतरे का मुकाबला करने के लिए एडिशनल डायरेक्टर जनरल नितिन सैनी द्वारा गठित डी.आर.आई की विभिन्न टीमों द्वारा एक्सक्यूट किया गया, इन सभी कार्रवाइयों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।


विभागीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, पहले मामले में 8 अगस्त को डी.आर.आई. टीम ने चंडीगढ़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक यात्री को गिरफ्तार किया, जिसके पास से 2.6 किलोग्राम सोना मिला, जिसकी कीमत 1.55 करोड़ रुपये से अधिक थी।

दूसरे मामले में, 831 ग्राम सोना जिसकी कीमत 49.90 लाख बताई जा रही है, जिसे अमृतसर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एक यात्री से जब्त किए गए, जबकि तीसरे मामले में 1.45 किलोग्राम सोना जब्त किया गया, जिसकी कीमत 87 लाख रुपये से अधिक है। यह कार्रवाई 21 अगस्त को की गई और दो यात्रियों से जब्त किया गया, दोनों (एक पुरुष और एक महिला) को गिरफ्तार कर लिया गया। तीनों मामलों में आगे की जांच जारी है और संभावना है कि कई अन्य लोग जो जब्त किए गए सोने के वास्तविक लाभार्थी है, उन्हें जांच में शामिल होने के लिए जल्द ही बुलाया जाएगा।

गिरोह संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों से सोने के कर्रिएस बनने के लिए आम लोगों को दे रहे है पैसे का लालच
पता चला है कि हाल ही में डी.आर.आई. ने एक संगठित गिरोह का भी पर्दाफाश किया है जो राज्य के दो हवाई अड्डों और नई दिल्ली हवाई अड्डे पर आने वाली अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के जरिए दूसरे देशों से पंजाब में सोने की तस्करी कर रहा है। यह गिरोह संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों से सोने के कर्रिएस बनने के लिए आम लोगों को पैसे का लालच दे रहे है, जहां सोने की दर भारत की तुलना में बहुत सस्ती है। कर्रिएस संयुक्त अरब अमीरात से भारत में सोना लाते हैं और इसे हवाई अड्डों के बाहर या होटलों में गिरोह के सदस्यों को सौंप देते हैं, जो तस्करी के सोने को लुधियाना, अमृतसर स्थित डिस्ट्रीब्यूटर को सौंपते हैं, जो इसके बाद सेलर को आवश्यक मात्रा में भेजते हैं।