संतोष राजपूत, डोंगरगढ़. सरकार एक तरफ स्वाच्छता अभियान पर जोर देने की बात कह रही है. तो वहीं दूसरी ओर  डोंगरगढ़ के मेरेगांव की महिला समूह ने नाडेप में ताला लगा दिया है. जिसकी वजह से गांव में 12 दिन से स्वाच्छता अभियान पूरी तरह ठप है. गांव में चारों तरह गंदगी पसरा हुआ है.

यह पूरा मामला डोंगरगढ़ से महज दस बारह किलोमीटर दूर ग्राम मेरेगांव का. जहां एक महिला समूह का मनमाना रवैया सामने आया है. दरअसल ग्राम पंचायत नरेंद्र मोदी की स्वाच्छता अभियान के सपने को पूरा करने के लिए गांवों में यह काम किया जा रहा है. इस वजह से गांव को स्वाच्छ बनने के लिए जय मां सरस्वती समूह को इसका जिम्मा दिया गया. लेकिन एक महिला समूह काम करने की लालच में दूसरे समूह को काम नहीं करने नहीं दे रहा है.

जय मां सरस्वती समूह करीब महीने भर से गांव का कचरा इकठ्ठा कर रही थी. कचरा को एकत्रित कर नापेड में ले जाकर छाटने के बाद खाद बनाने का कार्य कर रही थी. लेकिन एक दिन दूसरे समूह को इनका काम नागवार गुजर रहा है. जिससे अपनी दबंगई दिखाते हुए नाडेप यानी कचरा इकठ्ठा करने वाले स्थान पर ताला जड़ दिया है.

जय मां सरस्वती समूह रोजाना सुबह काम करने आती है पर ताला लटकने की वजह से उन्हें वापस लौटना पड़ता है. इससे उनके रोजगार में भी असर पड़ रहा है. साथ ही इससे ग्रामीणों को भी परेशानी हो रही है. पूरे गांव में गंदगी फैल गई है.

रोजगार सहायिका ने बताया कि इस काम को जय मां सरस्वती समूह बिहान को दिया गया है. लेकिन कुछ अन्य समूह के द्वारा काम लेने की लालच में इनको काम नहीं करने दिया जा रहा है. जिसकी वजह से नाडेप में ताला लगा दिया है.

वहीं पूरे मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों को देने की बात कहीं जा रही है. जल्द से जल्द जांच करने को कहा जाएगा. साथ ही काम को जल्दी चालू करने की भी बात कह रहे है.