सतीश दुबे, डबरा (ग्वालियर) मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के डबरा में जमीन विवाद को लेकर दबंगों की पिटाई से वकील चंद्रभान मीणा की मौत मामले में एसआईटी गठित कर दी गई है। डबरा के ग्राम बेलगाड़ा में 11 नवंबर को हुए जमीनी विवाद में घायल हुए एडवोकेट चंद्रभान मीणा की मौत के मामले में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर यादव ने एसआईटी का गठन कर दिया है। टीम 15 दिन के अंदर एडवोकेट की हत्या के पीछे के कारणों का पता कर जांच रिपोर्ट पेश करेगी। मामले की जांच भीतरवार थाना प्रभारी करेंगे। 

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बता दें कि मामले में डबरा सिटी थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव, उपनिरक्षक जीत आर्यन एवं एक आरक्षक को पहले ही पुलिस अधीक्षक द्वारा मामले में लापरवाही बरते जाने के चलते थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव उप निरीक्षक जीत आर्यन शर्मा सहित दो अन्य आरक्षकों को कार्य से पृथक अवकाश पर भेज दिया है। बता दें कि 11 नवंबर को डबरा के ग्राम बैलगाडा में जमीनी विवाद में घायल हुए एडवोकेट चंद्रभान मीणा की इलाज के दौरान ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में दिनांक 23 नवंबर को मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों एवं वकीलों ने एडवोकेट के शव को NH 44 सिमरिया टेकरी पर रखकर चक्का जाम करते हुए पुलिस पर मामले में उचित कार्रवाई न करने एवं हमले के षड्यंत्र में शामिल होने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक ग्वालियर धर्मवीर यादव ने डबरा सिटी थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव एवं उप निरीक्षक आर्यन शर्मा सहित एक आरक्षक को भी लाइन अटैच कर दिया था। तब कही जाकर वकीलों ने जाम खोला था। अन्य मांगों को लेकर जाम लगा रहे वकीलों को आश्वासन दिया गया था कि जल्द ही उनकी अन्य मांगों पर भी सुनवाई की जाएगी। 

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वहीं अन्य मांगों पर सुनवाई न होते देख सोमवार को वकीलों ने डबरा न्यायालय में एक बैठक कर फैसला लिया था कि आज हरिपुर पर पहुंचकर NH 44 को फिर से जाम किया जाएगा। 12:00 बजे तक का अल्टीमेटम वकीलों द्वारा पुलिस प्रशासन को दिया गया था, जिसके बाद आज पुलिस अधीक्षक धर्मवीर यादव सुबह 11:30 बजे ही डबरा पहुंच गए और जाम लगाने से पहले ही वकीलों की मांगों को गौर करने लायक मानते हुए एसआईटी गठित करने का फैसला लिया है। 15 दिन के अंदर जांच पूरी कर उचित कार्रवाई दोषियों के खिलाफ करने का आश्वासन पुलिस अधीक्षक द्वारा वकीलों को दिया गया। जिसके बाद आज हरिपुरा तिराए पर रखा गया वकीलों का NH 44 जाम का कॉल स्थगित कर दिया गया है। जांच होने तक थाना प्रभारी उप निरीक्षक और दोनों आरक्षक अवकाश पर रहेंगे।

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