रायपुर. डागा कॉलेज की प्राध्यापिका मधुलिका चौबे के खिलाफ मौदहापारा थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है. मौदहापारा के टीआई ने बताया कि प्राध्यापिका मधुलिका चौबे के खिलाफ धारा-420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है.
डागा कॉलेज शासी निकाय का आरोप है कि मधुलिका चौबे ने महाविद्यालय में वेतन लेते हुए बिलासपुर के विप्र कॉलेज से पीएचडी की डिग्री हासिल की है. प्राध्यापिका मधुलिका ने इस बात की जानकारी भी महाविद्यालय प्रबंधन को नहीं दी है.
डागा कॉलेज प्रबंधन का आरोप है कि मधुलिका चौबे ने 222 दिन का वेतन अनाधिकृत रूप से प्राप्त किया है. इधर प्राध्यापिका महाविद्यालय को धोखे में रख वेतन लेती रहीं और उधर बाहर से पीएचडी की डिग्री भी हासिल कर लीं.
महाविद्यालय प्रबंधन ने कूट रचित इस धोखाधड़ी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. डागा कॉलेज प्रबंधन का यह भी कहना है कि उनकी अनुमति के बिना पीएचडी की डिग्री लेना दंडनीय अपराध है. प्राध्यापिका मधुलिका चौबे ने छलपूर्वक महाविद्यालय में अपनी उपस्थिति दर्शाकर बाहर से पीएचडी की डिग्री हासिल की है.