अमृतसर. पंजाब-हरियाणा की खनौरी सीमा पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल 102वें दिन में प्रवेश कर चुकी है। इसके साथ ही उनकी सेहत लगातार बिगड़ रही है। उनके पैरों में सूजन आ गई है, शरीर में पानी की कमी हो रही है, और पेशाब के जरिए अधिक मात्रा में पानी बाहर निकल रहा है। उन्होंने ड्रिप लेना भी बंद कर दिया है।


डॉक्टरों की एक टीम उनकी स्थिति पर नजर रख रही है। दूसरी ओर, पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है। वड़िंग ने केंद्र और पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए फेसबुक पोस्ट में लिखा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल की भूख हड़ताल को 101 दिन हो चुके हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी और भाजपा दोनों पूरी तरह चुप हैं। किसानों की जायज मांगों पर यह रवैया उनकी किसान विरोधी मानसिकता को उजागर करता है।


उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियां झूठे वादों पर अपनी राजनीति करती हैं, लेकिन जब असल कार्रवाई की बारी आती है, तो कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव के दौरान पंजाब के प्रति दोस्ताना रवैया दिखाते हैं, लेकिन किसानों के खिलाफ नीतियां लागू करना जारी रखते हैं।


केंद्र के साथ बैठक से पहले किसानों की रणनीति


केंद्र सरकार और किसानों के बीच सातवें दौर की बैठक 19 मार्च को चंडीगढ़ में होनी है। इससे पहले, किसान अपने आंदोलन को तेज करने में जुटे हुए हैं। इसी संबंध में, 8 मार्च को किसान महिला महापंचायत आयोजित की जाएगी। इसके बाद पूरे राज्य में किसान महापंचायत की तैयारियां शुरू की जाएंगी।

संभावना है कि 8 मार्च को किसान नेता संघर्ष को लेकर कोई बड़ा ऐलान कर सकते हैं। इसके अलावा, आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेता मौजूदा स्थिति पर चर्चा कर भविष्य की रणनीति तय करेंगे। इसके लिए किसानों की एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है।