संतोष राजपूत, डोंगरगढ़. जिले के डोंगरगढ़ में पिछले कुछ दिनों से 108 एम्बुलेंस की सुविधा ठप्प होने की वजह से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. मरीजों को प्राइवेट वाहनों में अस्पताल तक आना पड़ रहा है. यहां तक अस्पताल पहुंचने के बाद भी इलाज नहीं हो पा रहा है. जिम्मेदार अधिकारियों से मामले में पूछा गया तो जानकारी नहीं होने का हवाला दे रहे है.

ऐसा ही एक मामला सामने आया है जब डोंगरगढ़ के वार्ड नम्बर 23 के 25 वर्षीय युवा को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. जिसे परिजनों ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद में लाया. प्राथमिक उपचार कर मरीज को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. लेकिन आपातकालीन एम्बुलेंस 108 खराब होने पर परिजनों को निजी एम्बुलेंस मांग कर मरीज को दूसरे अस्पताल ले जाना पड़ा. जिसके कारण मरीज को इलाज में बहुत देर भी हो रहा है. इस अस्पताल में 108 एम्बुलेंस वाहन खराब हो गई है. जिससे मरीजों को ऑटो या फिर प्राइवेट वाहन से अस्पताल आना पड़ रहा है.

ड्यूटी पर तैनात अधिकारी को भी नहीं जानकारी

जब इस मामले में ड्यूटी पर तैनात सहायक चिकित्सा अधिकारी टीएल देवांगन से पूछा तो उन्होंने कुछ भी जानकारी नहीं होने की बात कही है. वहीं सरकारी अस्पताल के एम्बुलेंस चालक से इस बारे में पूछा गया तो वो भी जवाब देने की बजाय जानकारी नहीं की नसीहत देता नजर आया.

कई दिनों से पड़ी है खराब

जब हमने 108 के नहीं होने की जानकारी ली तब पता चला कि 108 शनिवार से खराब पड़ी हुई है. लेकिन जानकारी मिलने के बाद भी किसी ने कैमरे के सामने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. इतना ही नहीं 108 डायल करने पर नम्बर सेवा में मौजूद नहीं होने की जानकारी मिल रही है. वहीं मुख्य चिकित्सक अधिकारी बी पी एक्का से फोन पर बात करनी चाही तो उनका नम्बर स्विच ऑफ बता रहा है.

दोपहर से डॉक्टर हो जाते है गायब

बता दें कि इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद में 4-5 डॉक्टर तो मौजूद है, लेकिन रोजाना दोपहर 2 बजे के बाद एक सहायक के भरोसे छोड़ कर गायब हो जाते है. जिस वजह से मरीजों को इलाज में परेशानी होती है.