रायपुर.रंगोत्सव का त्योहार होली पूरे देश में उत्साह के साथ मनाया जाता है, बच्चों-युवाओं से लेकर बड़े-बूढ़ों तक परिवार के हर सदस्य पर होली की खुमारी दिखाई देती है. होली में रंगों का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है. रंग के बिना होली अंधूरी मानी जाती है. होली में रंग उल्लास भरते हैं कुछ रंग सुरक्षित ढंग से तैयार किए जाते हैं लेकिन ज्यादातर कार्बनिक और अकार्बनिक रसायनों से तैयार होते हैं.

केमिकल से तैयार रंग तीखे होते हैं इसलिए ऐसे रंगे ज्यादा पसंद किया जाते हैं। आमतौर पर रंगों को तैयार करने में कॉपर सल्फेट, एल्युमिनियम ब्रोमाइड, लेड ऑक्साइड, मर्करी सल्फाइट, रोडामाइन इस्तेमाल किया जाता है। इनसे तैयार होने वाले रंगों में एस्बेस्टॉस आदि का भी उपयोग किया जाता है. ये हमारे बॉडी के लिए सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाते हैं. कॉपर सल्फेट से हरा, एल्युमिनियम ब्रोमाइड से सिल्वर, प्रूसियन ब्ल्यू से नीला, मर्करी सल्फाइट से लाल रंग तैयार होता है.

 

फूलों के रंग होते हैं खास, तैयार करें ऐसे
फूलों से तैयार रंग खास होते हैं। इनका सुरक्षित इस्तेमाल किया जा सकता है. इसे तैयार करने के लिए कोई खास मेहनत नहीं करनी पड़ती है। मेहंदी की पत्तियां का उपयोग आटा आदि में मिलाकर किया जा सकता है. पर इसके साथ पानी मिलाना जरूरी है. तब ही लाल रंग आता है.ऐसे ही हल्दी का उपयोग आटा, बेसन या पाउडर में मिलाकर किया जा सकता है. इससे पीला रंग आता है.

आइए आज जानते है कैसे बनाएं घऱ पर हर्बल कलर…

लाल रंग- सूखा 
चंदन पाउडर में लाल रंग होता है. इसे आप फेस पैक की तरह भी यूज करते हैं. आप चंदन पाउडर को गुलाल की तरह यूज कर सकते हैं. गुड़हल के सूखे फूलों से भी लाल गुलाल तैयार किया जा सकता है. आप ज्यादा कलर चाहते हैं, तो इसमें बराबर मात्रा में आटा या बेसन मिला लें. गुलाब की पंखुड़ियों को भी बारीक पीसलाल गुलाल बना सकते.

लाल रंग-गीला
पांच लीटर पानी में दो चम्मच लाल चंदन की लकड़ी का पाउडर मिलाकर उबाल लें. अगर ज्यादा पानी चाहिए, तो इसे 20 लीटर पानी में घोल लें. अनार के छिलके पानी में उबालने पर भी लाल रंग का पानी मिल जाएगा. जो कि आपकी होली वाले दिन के लिए काफी है.

हरा गुलाल
हरा गुलाल बनाने के लिए मेहंदी पाउडर का इस्तेमाल किया जा सकता है. इसके अलावा आंवले के पाउडर में बराबर मात्रा में आटा मिलाकर भी हरा रंग बनाया जा सकता है. कई लोग दूसरों के बालों को रंगों से पोत देते हैं. ऐसे में मेहंदी पाउडर से रंगना बेहतर होगा. गेहूं की पौधे की ताजी पत्तियों के पाउडर से नेचरल व सेफ हरा रंग प्राप्त होता है. पुदीना, धनिया व पालक की पत्तियों को सुखाने के बाद पीस लें। इससे बहुत खूबसूरत हरा रंग तैयार होगा.

हरा रंग-गीला
5 लीटर पानी में दो चम्मच मेहंदी मिला लें और इसे अच्छी तरह चलाएं. पालक, धनिया और पुदीने का पेस्ट तैयार कर पानी में मिला लें. चुकंदर पीस कर जूस निकाल लें और उसे पांच लीटर पानी में मिला दें. अगर आप ज्यादा डार्क रंग चाहते हैं, तो एक लीटर पानी में एक चुकंदर काट कर रात भर के लिए छोड़ दें. इसके अलावा 10 से 15 प्याज को आधा लीटर पानी में उबालिए. पानी यूज करने से पहले प्याज हटाकर गुलाब जल मिला दें, ताकि प्याज की गंध न आए.

पीला गुलाल
पीले गुलाल के लिए दो चम्मच हल्दी पाउडर में बेसन की दोगुनी मात्रा मिला लें. यह आपकी स्किन के लिए अच्छा हर्बल गुलाल है.

पीला रंग-गीला
दो लीटर पानी में दो चम्मच हल्दी मिलाकर इसे अच्छी तरह उबाल लें. इसके अलावा दो लीटर पानी में 50 गेंदें के फूल उबालकर रातभर छोड़ दें. इसके अलावा गुलदाउदी फूल की पत्तियों का पाउडर बना लें और एक बाल्टी पानी में मिला लें.

जैकरैंदा पेड़ पर लगे नीले फूलों को सूखाकर खूबसूरत नीला रंग बना सकते हैं. यदि इसे गाली रंग बनाना है तो आप सरस या बदरी फूलों को कूटकर उसे पानी में मिला लीजिए.