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नई दिल्ली। ‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की सांसदी पर खतरा मंडराने लगा है. एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने आज हुई बैठक के बाद मीडिया को बताया कि महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों पर एथिक्स कमेटी ने एक रिपोर्ट तैयार की है. रिपोर्ट कल लोकसभा अध्यक्ष को सौंपी जाएगी. जो भी कार्रवाई होगी, अध्यक्ष द्वारा की जाएगी.
एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने बताया कि रिपोर्ट पर समिति के छह सदस्यों ने समर्थन दिया है, वहीं चार सदस्यों ने अपनी असहमति जताई है. बताया जा रहा है कि एथिक्स कमेटी ने रिपोर्ट में महुआ मोइत्रा को निष्कासित करने और दानिश अली के खिलाफ कठोर कार्रवाई की सिफारिश की है. उनके व्यवहार को इतना अपमानजनक/अड़ियल माना गया है कि इन दोनों ने संसद में जो नई गिरावट ला दी है, उससे निपटने के लिए नए नियम सुझाए गए हैं.
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कमेटी ने महुआ के पासवर्ड शेयर करने को न सिर्फ अनैतिक बल्कि सदन की अवमानना भी माना है. इसके अलावा यह सिफारिश की गई है कि जेके परिसीमन विधेयक 2019 जैसे संवेदनशील दस्तावेजों को पोर्टल पर पहले ही साझा किए जाने के कारण उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत आरोप लगाया जाए.
जांच में पाया गया कि महुआ के संसद पोर्टल के लॉगिन का उपयोग जितनी बार किया गया, उसका योग यह नहीं है कि वह कितनी बार या तारीखों में दुबई में थी. इसके अलावा पोर्टल तक दूरस्थ रूप से पहुंचने के लिए उपयोग किया जाने वाला आईपी पता हमेशा एक ही होता था. इसके अलावा नकद, वस्तु और सुविधाओं के सीधे मार्ग की पुष्टि की गई है.