नई दिल्ली। देश में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट को बढ़ते खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने राज्यों को चेतावनी जारी की है. केंद्र ने ओमिक्रॉन वैरिएंट को डेल्टा की तुलना में तीन गुना अधिक संक्रामक बताते हुए इसे फैलने से रोकने के लिए राज्य वॉर रूम सक्रिय करने के साथ जिला एवं स्थानीय स्तर पर सख्त एवं त्वरित कार्रवाई के लिए कहा है.

महाराष्ट्र में मंगलवार को ओमिक्रॉन के 11 केस सामने आए, जिसके चलते इस स्वरूप के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 65 हो गई. यह किसी राज्य के मुकाबले सर्वाधिक है. दिल्ली में मंगलवार को ओमिक्रॉन के 24 नए मामले मिले. कुल 54 मरीजों में से 34 एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती हुए थे, इनमें 17 ठीक हो चुके हैं.

राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने परीक्षण और निगरानी बढ़ाने के अलावा रात में कर्फ्यू लगाने, बड़ी सभाओं का सख्त नियमन, शादियों और अंतिम संस्कार कार्यक्रमों में लोगों की संख्या कम करने जैसे रणनीतिक निर्णय को लागू करने की सलाह दी.

इसके अलावा पत्र में कहा गया है कि जिला स्तर पर कोरोना से प्रभावित जनसंख्या, भौगोलिक प्रसार, अस्पताल के बुनियादी ढांचे और इसके उपयोग, श्रमशक्ति, कंटेन्मेंट जोन अधिसूचित करने, कंटेन्मेंट जोन की परिधि लागू करने आदि के संबंध में उभरते आंकड़ों की समय-समय पर समीक्षा होनी चाहिए. यह साक्ष्य जिला स्तर पर ही प्रभावी निर्णय लेने का आधार होना चाहिए.

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भूषण ने कहा कि कोविड पॉजिटिव मामलों के सभी नए समूहों के मामले में निषिद्ध क्षेत्र बफर जोन की त्वरित अधिसूचना की जानी चाहिए, साथ ही उन्होंने रेखांकित किया कि सभी क्लस्टर नमूनों को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए इंसाकॉग प्रयोगशालाओं को बिना किसी देरी के भेजा जाना चाहिए. पत्र में अन्य कदमों और कार्रवाइयों का भी जिक्र किया गया है.

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