दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में “लोन वर्राटू” घर वापस आईये अभियान को बड़ी सफलता मिली है. 3 नक्सलियों ने पुलिस उप महानिरीक्षक और पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण किया है. तीनों नक्सली हत्या, IED विस्फोट समेत कई वारदातों में शामिल थे. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 116 इनामी माओवादी समेत 440 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. 

जानकारी के मुताबिक ग्राम मिलियमपल्ली मिलिशिया कमाण्डर ताती जोगा (38 वर्ष), जनमिलिशिया सदस्य सोड़ी दशरू (43 वर्ष) और मिलिशिया सदस्य सोड़ी भीमा (37 वर्ष) ने लोन वर्राटू अभियान (घर वापस आईये) और माओवादी संगठन के खोखली विचारधारा से तंग आकर छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास योजना से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है. 

ताती जोगा  

  • वर्ष 2007 में पुलिस को जान से मारने और हथियार लूटने की नियत से लंका नाला किनारे 3 अलग-अलग स्थानों पर 5 किग्रा वजनी आईईडी लगाने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2008 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम मिलियमपल्ली से चिंतलनार जाने वाले मार्ग पर मिलियमपल्ली और चिंतलनार के बीच 3-4 स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2008 में पुलिस को जान से मारने की नियत से ग्राम मिलियमपल्ली से जगरगुण्डा जाने वाले मार्ग पर ग्राम मिलियमपल्ली और जगरगुण्डा के बीच 2-3 स्थानों पर बूबी ट्रेप्स लगाने की घटना में शामिल था.

सोड़ी दशरू 

  • वर्ष 2006 में बासागुड़ा क्षेत्र के ग्राम तम के पास लगभग 30 किग्रा वजनी आईईडी लगाकर पुलिस गाड़ी को विस्फोट करने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2006 में जगरगुण्डा क्षेत्रान्तर्गत ग्राम कोण्डासांवली से अरनपुर के मध्य जंगल/पहाड़ी में 5 किग्रा प्रेशर आईईडी विस्फोट करने घटना में शामिल था.

सोड़ी भीमा 

  • वर्ष 2005 में थाना चिंतलनार से जगरगुण्डा मार्ग पर कोत्तागुड़ा के पास दो अलग-अलग स्थानों पर लगभग 5 किग्रा आईईडी लगाने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2005 में ग्राम चिंतलनार और जगरगुण्डा मार्ग पर ग्राम नरसापुर जंगल में लगभग 5 किग्रा आईईडी लगाने की घटना में शामिल था.
  • वर्ष 2006 में पुलिस मुखबिरी के शक में ग्राम पुल्लमपाड़ के 2 ग्रामीणों की हत्या करने की घटना में शामिल था.

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